पानीपत (मनोज कुमार). प्रदेश के स्कूलों में अब 3 साल से कम उम्र के बच्चों का दाखिला नहीं होगा। साथ ही फर्स्ट क्लास से पहले केवल दो प्री-क्लास-1 व 2 होंगी। यानी बच्चे को 2 साल ही प्री-क्लास में रखा जा सकेगा। अभी ज्यादातर स्कूलों में पहली कक्षा में पहुंचने से पहले प्री क्लास, नर्सरी, केजी और यूकेजी के लिए 4 वर्ष तक पढ़ना पड़ता है।
बच्चों का दाखिला भी दो से ढाई साल की उम्र में ही कर लिया जाता है। शिक्षा विभाग के एसीएस पीके दास ने बताया कि कुछ अभिभावकों की शिकायत मिली थी कि प्राइवेट स्कूल व प्ले स्कूल 3 साल से कम उम्र के बच्चों का दाखिला कर रहे हैं। इस पर विभाग ने गुरुवार को नई गाइडलाइन जारी की है। जल्द ही प्राइवेट स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। नियम न मानने पर नोटिस दिए जाएंगे।
बिना टेस्ट देना होगा दाखिला :
किसी भी बच्चे के दाखिले के वक्त उसका लिखित या मौखिक टेस्ट नहीं होगा। बच्चों के अनुपात में शिक्षक होने चाहिए। दाखिला पहले आओ पहले पाओ की नीति पर देना होगा। यदि सीटें कम और आवेदन ज्यादा तो लॉटरी से दाखिला देना होगा। कर्मचारी के बच्चे, दिव्यांग बच्चे, सिंगल पैरेंट्स के बच्चे, गर्ल्स को प्राथमिकता देनी होगी।
प्राइवेट स्कूलों पर पड़ेगा असर :
ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों में तीन साल से कम उम्र के बच्चे को दाखिला ले लिया जाता है। 3-4 साल के बाद बच्चा पहली कक्षा में पहुंचता है। इससे मोटी फीस आती है। अब 2 साल के बाद ही पहली कक्षा में पहुंचने से प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होगी और आय पर भी असर पड़ेगा।
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