जालंधर।मेजर सुखजीत सिंह की साढ़े 4 साल की बेटी दीया सिंह को किडनैप कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के केस में 32 साल के बिल्डिंग कांट्रेक्टर सतबीर सिंह और उसकी 27 साल की पत्नी मेघना को अदालत ने कठोर उम्र कैद की सजा सुनाई है। दीया दीप नगर से सटे रणजीत एन्क्लेव में रिटायर मेजर जरनल नाना हरिंदर सिंह के घर में रहती है। रणजीत एन्क्लेव के रहने वाले 61 साल के नाना हरिंदर सिंह ने कहा था कि- उनकी बेटी नवनीत कौर उनके पास रहती थी। दामाद सेना में मेजर है। नातिन दीया सिंह एलकेजी में पढ़ती थी। 24 फरवरी 2014 की शाम करीब 6 बजे दीया डांस क्लास से लौटकर घर के बाहर खेल रही थी। तभी आल्टो कार में लेडी आई, जिसने शॉल ले रखी थी। वह पिछली सीट पर बैठी थी। वह दीया को कार में बैठा कर ले गई। कार एक युवक चला रहा था। तब सीपी ईश्वर सिंह (अब एडीजीपी) ने जांच संभाली थी।
प्रॉसीक्यूशन के सरकारी वकील (डिप्टी डीए) गुरपाल सिंह ने कोर्ट में कहा कि – दोषी दंपति ने जल्द अमीर बनने के चक्कर में संगीन जुर्म किया है। इसलिए दोनों को उम्र कैद की सजा दी जाए, ताकि दोबारा कोई ऐसा संगीन जुर्म करने की सोच न सके। सरकारी वकील की दलील और पुलिस के सबूतों के आधार पर एडिशनल सेशन जज गुरमोहन सिंह की अदालत ने दंपति को दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है।
दीया ने दोनों पहचाने
दीया (अब नौ साल) ने अदालत में मेघना और सतबीर की शिनाख्त की थी। दीया ने अदालत में मेघना को देख कहा था कि – इसी आंटी ने उसे कार में पिछली सीट पर बैठाया और शॉल से ढंक लिया था। आंटी उसे पार्क में मिलती थी। सतबीर को देख बोली थी कि – ये अंकल कार चला रहा थे। उसे घर लेकर गए। आंटी ने उसे पीने के लिए जूस दिया, जिससे वह बेहोश हो गए थी। बाद में ममा ने उसे ढूंढ लिया था।
कॉल रिकार्डिंग से सतबीर की आवाज मैच कर गई
सतबीर सिंह ने दिया के घर पर किडनैपिंग के बाद दो बार फिरौती मांगने के लिए कॉल की थी। कॉल रिकॉर्ड की गई थी। सतबीर सिंह के पकड़े जाने पर कोर्ट में ही सतबीर की आवाज के नमूने लेकर फोरेंसिक लैब भेजे गए थे, जो मैच हो गए।
बच्ची के नाना को कॉल कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी
किडनैपर ने शाम को अपहरण के कुछ देर बाद बच्ची के नाना को कॉल कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करवाई तो दीप नगर आई। दीप नगर से लेकर तीन किलोमीटर का सारा एरिया सील कर दिया गया। जांच में पता चला कि कॉल के लिए इस्तेमाल फोन पुराना है, जिसे हाल में ही खरीदा था। पुलिस ने फोन बेचने वाले आदमी और दुकानदार को ट्रेस किया। दुकानदार से पता चला कि – फोन कुछ दिन पहले दीप नगर में रहते युवक को बेचा था। पुलिस ने दीप नगर के घर की खुफिया जांच करवाई। मोबाइल लोकेशन क्राइम सीन से महज 1 किलोमीटर के दायरे में आ रही थी। पुलिस के दबाव में 25 फरवरी की शाम आरोपी बच्ची को बोरी में डालकर रणजीत एन्क्लेव फेंक गए थे। अकांउट अफसर राज कुमार की बहू ने बोरी देखी थी। बोरी खोली तो अंदर मुंह पर टेप लगी दीया था। बच्ची मिलने के बाद पुलिस ने सतबीर और पत्नी मेघना को तब पकड़ा, जब वे कार में भागने की फिराक में थे।
महीना पहले पता चला नाना करोड़पति
मेघना ने माना था कि – लव मैरिज के बाद वह पति संग न्यू डिफेंस कॉलोनी में किराए पर रहती थी। एक महीना पहले वह पति के साथ सैर करने गई तो वहां दीया को देखा था। पता चला कि दीया के नाना करोड़पति हैं। एक हफ्ते पहले पति ने कहा था कि – 7 लाख का कर्ज तभी उतरेगा, जब बड़ा काम करें। मेघना ने पति को कहा कि- बच्ची उठा लेते हैं। उनका अमीर बनने का सपना भी पूरा हो जाएगा। मेघना ने माना था कि – एक हफ्ते से वह दीया से मिल रही थी। दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी। फिरौती की कॉल के लिए पुराना फोन खरीदा था। सतबीर की पिता से नहीं बनती थी, मगर वह बहू को घुमाने के लिए कार मांग कर लाया था। कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई। दीया के नाना ने जिस शोरूम से नई कार खरीदी थी वहां मेघना जॉब करती थी। उसे दीया के नाना का मोबाइल नंबर मिल गया था। दीया घर के बाहर खेल रही थी तो मेघना ने उसे बुलाया और कार में बैठा कर सीधे अपने घर ले गई। दीया के घर से मेघना का घर महज 700 मीटर दूर था।
मुंबई की रहने वाली है मेघना, लव मैरिज की थी
मेघना मूल रूप से मुंबई की रहने वाली है। पांच साल पहले सतबीर मुंबई में अपने ननिहाल गया था। वहां मेघना से दोस्ती हो गई। दोनों ने लव मैरिज कर ली। सतबीर पिता के साथ इमारत की ठेकेदारी का काम करता था। पिता सेना से रिटायर्ड थे। सतबीर टैटू आर्टिस्ट भी था। मेघना ने लद्देवाली यूनिवर्सिटी से बी कॉम की थी। शादी को पांच साल हो चुके थे। मेघना ने परागपुर के पास शोरूम में जॉब शुरू कर दी। मेघना ने पुलिस से कहा था कि- पैसे मिल जाते तो पंजाब छोड़कर चले जाते। बच्ची को मारना नहीं थी। उसने ये भी सोचा था कि वे एक स्पेशल बच्चे को गोद लेकर उसे पालेंगे, ताकि उनका गुनाह कम हो सके। मेघना ने माना था कि- पुलिस ने एरिया सील कर दिया था। मैं और पति डर गए थे। दीया जिंदा मिलती है तो फंस सकते हंै, मगर मैंने सतबीर से कहा था कि- बच्ची को फेंककर भाग जाते हैं, क्योंकि मैं किसी मां की गोद उजाड़ नहीं सकती थी।
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