अमृतसर.तू पुत्त चिंता नी करणी, खाणा पीणा टाईम ते खाई। टाइम ते ही खाना है ते टाइम ते ही पीना। एेस तों पेहलां सतगुरू जी दा नां जरूर लैणा। रोना बिल्कुल वी नई। यह शब्द थे सहायक प्रचारक सुखदेव कुमार की पत्नी प्रवीण के, जो आईवीवाई अस्पताल में बैठ न्यूजीलैंड में बैठी अपनी बेटी रुबीता से वीडियो कालिंग पर बातचीत कर रही थी।
उन्होंने अपनी बेटी को इस घटना के बारे बताया तो सही, लेकिन उसे बिल्कुल भी न रोने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ खाना पीना टाईम पर खाए और इससे पहले सतगुरू जी का नाम जरूर जपे। उन्होंने कहा कि उनके पिता के साथ पूरी संगत है।
तू बिल्कुल भी चिंता मत करना। वह संत थे और सारी संगत को वह प्यारे थे। वह सतगुरू जी की सेवा करते-करते उनके चरणों में लीन हुए हैं, इससे ज्यादा हमें और क्या चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों को सीधे रास्ते पर ही चलाया है। सतगुरू जी के साथ ही जोड़ा है।
पति की मौत का पता लगने पर भी नाम जपती रही प्रवीण :
सहायक प्रचारक सुखदेव कुमार की पत्नी को पति की मौत हो जाने की खबर मिलने के बाद भी वह अन्य मारे गए लोगों और घायलों के पारिवारिक सदस्यों को ढांढस बंधाती रही। सहायक प्रचारक सुखदेव कुमार की मौत की खबर जैसे ही फैली तो आईवीवाई अस्पताल में लोगों को जमावड़ा हो गया। रिश्तेदारों व अन्य संगतों में चीख-पुकार का माहौल हो गया।
ऐसे माहौल को भी उनकी पत्नी प्रवीण ने ही शांत करवाया और नाम जपने की गुजारिश की। वह अंत तक ही सतगुरु जी का नाम जपती रही। अस्पताल में करीब 5 घंटे रुकने के बाद वह मीरांकोट स्थित घर पहुंची तो वहां शोक व्यक्त करने वाले लोगों की भीड़ लग गई। घर पर भी बैठकर वह सिर्फ सतगुरू जी के नाम का जाप करती रही।
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