गैजेट डेस्क. फेसबुक ने पिछले हफ्ते ही अपने दो स्मार्ट स्पीकर- Portal और Portal Plus लॉन्च किए थे। इन दोनों ही डिवाइस को वीडियो कॉलिंग करने के लिए लॉन्च किया है और इस दौरान कंपनी ने कहा था कि इसके जरिए होने वाली वीडियो कॉलिंग पूरी तरह से सिक्योर रहेगी।
लेकिन अब एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि फेसबुक की Portal डिवाइस से यूजर्स का डेटा कलेक्ट किया जाता है और इस डेटा का इस्तेमाल उन्हें विज्ञापन दिखाने के लिए किया जाता है।
दरअसल, एक टेक वेबसाइटRecode ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है। वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में फेसबुक के प्रवक्ता के बयान का हवाला दिया है।
-
- Recode ने अपनी न्यूज रिपोर्ट में लिखा है कि उन्होंने Portal डिवाइस के जरिए कलेक्ट किए जाने वाले डेटा को लेकर फेसबुक को ईमेल किया था, जिसके जवाब में फेसबुक ने माना है कि इस डिवाइस के जरिए यूजर्स का डेटा कलेक्ट किया जाता है।
- इस रिपोर्ट के मुताबिक, Portal डिवाइस पर यूजर्स को कोई विज्ञापन नहीं दिखाए जाते, लेकिन इस डिवाइस के जरिए कलेक्ट किए गए डेटा का इस्तेमाल कर फेसबुक से जुड़ी बाकी सर्विसेस में यूजर्स को उनकी रुचि के हिसाब से विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं।
-
- Recode को भेजे गए ईमेल में फेसबुक प्रवक्ता ने कहा है ‘Portal डिवाइस मैसेंजर के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करती है, जिसके जरिए वीडियो कॉलिंग की जाती है। इसके जरिए वीडियो कॉलिंग का डेटा कलेक्ट किया जाता है। इस डेटा का इस्तेमाल यूजर्स को विज्ञापन दिखाने के लिए किया जाता है।’
-
- Portal के वाइस प्रेसिडेंट रफा कैमार्गो ने Recode से बातचीत में इस डिवाइस की लॉन्चिंग के वक्त कही गई बात को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने इस बात को माना कि Portal के जरिए कलेक्ट किए गए डेटा का इस्तेमाल यूजर्स को विज्ञापन दिखाने के लिए किया जा सकता है।
- उन्होंने कहा कि ‘इस डिवाइस पर विज्ञापन नहीं दिखाए जाते, इसलिए हमारी टीम यूजर्स के डेटा को कलेक्ट करने का कोई प्लान नहीं बना रही है, हालांकि इस डेटा का इस्तेमाल फेसबुक ऐप्स पर यूजर्स को विज्ञापन दिखाने में किया जा सकता है।’
- कैमर्गो ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि हमारी टीम ये कहने का इरादा रखती थी कि हम इसका इस्तेमाल डेटा कलेक्शन के लिए नहीं करना चाहते हैं, लेकिन संभावित रुप से ऐसा किया जा सकता है।’
-
- वीडियो कॉलिंग के जरिए यूजर्स का कई तरह का डेटा कलेक्ट किया जा सकता है। सबसे बड़ा डेटा तो कॉलिंग का ही होता है। इसके अलावा वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर यूजर्स के हाव-भाव, उनके कपड़े, उनका रूम जैसी जानकारियां कंपनी को मिल जाती है और फिस इस हिसाब से उन्हें विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं।
- जैसे कि दो यूजर्स के बीच वीडियो कॉलिंग हो रही है। इनमें से एक यूजर ब्रांडेड कपड़े पहने दिख रहा है और दूसरा यूजर सिंपल कपड़ों में दिख रहा है। इस हिसाब से यूजर्स को ब्रांडेड और सिंपल कपड़ों के विज्ञापन कंपनियां दिखा सकती हैं।