लुधियाना। पंजाब में आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे एचएस फूलका ने खुद को प्रदेश की राजनीति से अलग कर लिया है। फूलका ने कहा कि उन्हें प्रदेश स्तर की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। वह अब अपने हलके को मॉडल बनाने में जुटे हैं। इसके लिए वह पूरा समय अपने हलके को देना चाहते हैं।
गौरतलब है कि एचएस फूलका ने पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद भी छोड़ दिया था। अब उनके खुद को सूबे की राजनीति से अलग करने की बात से आम आदमी पार्टी के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। फूलका की इस बात से आम आदमी पार्टी को आने वाले निगम चुनावों में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा अकाली दल और कांग्रेस प्रदेश स्तर पर आम आदमी पार्टी को घेर रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि फूलका से उपयुक्त नेता आम आदमी पार्टी के पास नहीं है। खैहरा पर कांग्रेस लगातार ड्रग मामले और पराली जलाने के मामले में हमला कर रही है। यह आम आदमी पार्टी के प्रदेश इकाई के लिए परेशानी का सबब बनी है। अब फूलका जैसे वरिष्ठ नेता ने ऐसे समय में खुद को प्रदेश स्तरीय राजनीति से अलग कर दिया तो आम आदमी पार्टी के लिए बड़ी परेशानी होने वाली है।
एचएस फूलका से पत्रकार वार्ता के दौरान जब आम आदमी पार्टी की सूबा स्तरीय राजनीति में चल रही उठापटक पर सवाल किया तो उन्होंने साफ कर दिया कि उन्होंने सूबे की राजनीति से खुद को अलग कर दिया। अब वह अपने हलके पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह आजकल अपने हलके में सामाजिक और विकास कार्य करवाने में जुटे हैं। इसके लिए वह सभी दलों के सदस्यों को साथ लेकर चल रहे हैं।