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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

पीटीयू में हड़कंप के हालात, करोड़ों के भ्रष्टाचार में नपेंगे कई और अफसर

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चंडीगढ़। आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (पीटीयू) में अभी कई अफसर नपेंगे। करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार व 12 से ज्यादा अफसरों की अवैध नियुक्ति के मामले में पूर्व वीसी डा. रजनीश अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद घोटालों में शामिल रहे पीटीयू अफसरों में खलबली है।इस मामले में विजिलेंस की जांच तेज होे के साथ ही अफसर अपने बचाव की कोशिशों में जुट गए हैं।
विजिलेंस की टीम ने डाॅ. अरोड़ा से पूछताछ के बाद पीटीयू प्रशासन से संबंधित दस्तावेज मांगे और उनकी पड़ताल शुरू कर दी है। डाॅ. अरोड़ा को सोमवार को करोड़ों के भ्रष्टाचार व अवैध नियुक्तियों के मामले में विजिलेंस ने गिरफ्तार करके अदालत से चार दिन के रिमांड पर लिया है।
पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी  का रिकार्ड खंगालने में जुटी विजिलेंस की टीम

विजिलेंस की टीम ने मंगलवार को डा. अरोड़ा के 2012 व 2013 के कार्यकाल के दौरान पीटीयू में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनसे दो चरणों में तीन-तीन घंटे पूछताछ की। इसके बाद उनके द्वारा मिली जानकारी के आधार पर संबंधित दस्तावेज मंगवाए गए। विजिलेंस ने पूरे मामले में दस्तावेजों की पड़ताल के लिए एक एक्सपर्ट की मदद भी ली है।

विजिलेंस का प्रयास है कि पहले 25 करोड़ रुपये की अदायगी व संबंधित कंपनी के एकाउंट की जांच करके उसके साथ डा. अरोड़ा के वित्तीय लेनदेन से संबंधित दस्तावेज जुटाए जाएं। इसी सिलसिले में विजिलेंस ने 27 सवाल अरोड़ा से पूछे। पूछताछ में क्या निकला विजिलेंस अभी इसका खुलासा नहीं कर रही है।
पूर्व वीसी रजनीश अरोड़ा के करीबी अधिकारी हुए भूमिगत, अग्रिम जमानत की तैयारी में जुटे ज्यादातर अफसर
डा. अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद पीटीयू के कई अधिकारी भूमिगत हो गए हैं। डा. अरोड़ा के करीबी अधिकारियों की कोशिश है कि वह गिरफ्तारी से पहले ही अग्रिम जमानत करवा लें। विजिलेंस ने इसके मद्देनजर पहले ही अपनी एक टीम तैनात कर दी है कि उक्त अफसरों को अग्रिम जमानत से पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाए। विजिलेंस की नजरें पीटीयू के और भ्रष्ट अधिकारियों पर टिकी है। इतना तय है कि भ्रष्टाचार के मामले में पीटीयू के कई अफसरों का नपना तय माना जा रहा है।

अभी जांच जारी है : डायरेक्टर

विजिलेंस के डायरेक्टर जी.नागेश्वर राव का कहना है कि फिलहाल जो जांच पहले करवाई गई थी, उसी के आधार पर मामला दर्ज करके डा. अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया है, बाकी जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

अरोड़ा ने कहां-कहां इन्वेस्टमेंट की, जांच शुरू

डाॅ. रजनीश अरोड़ा ने कहां-कहां पर इन्वेस्टमेंट की है, विजिलेंस ने इसकी भी जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस की टीम ने अरोड़ा की प्रापर्टी, बैंक एकाउंट्स सहित उनके ठिकानों का पता लगाना शुरू कर दिया है। इसके लिए डाॅ. अरोड़ा के करीबियों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही उन्होंने पीटीयू के मार्फत करोड़ों का लाभ जिन संस्थानों को पहुंचाया है, उनकी भी पड़ताल शुरू कर दी है कि अरोड़ा ने वहां पर अपनी हिस्सेदारी तो नहीं बनाई थी।

भाजपा नेता सूद की बेटी फिलहाल निशाने पर नहीं

विजिलेंस ने अभी अपनी जांच का रुख फिलहाल डाॅ. अरोड़ा पर ही रखा है। उनके द्वारा भाजपा नेता व पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद की बेटी गीतिका सूद की बतौर लीगल अफसर नियुक्ति को विजिलेंस ने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया है। गीतिका की तैनाती में भी आरोप है कि नियमों का पालन नहीं किया गया था। इस मामले में विजिलेंस की टीम का फिलहाल जांच में फोकस नहीं है। विजिलेंस की कोशिश है कि पहले वित्तीय अनियमितताओं की जांच व उससे जुड़े तथ्य एकत्र कर लिए जाएं और डा. अरोड़ा को तीन दिन बाद दोबारा रिमांड पर लेकर अन्य मामलों के बारे में पूछताछ की जाए।
जिसने भ्रष्टाचार किया, उसे बख्शा नहीं आएगा : चन्नी
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने कई बार पीटीयू में भ्रष्टाचार की जांच करवाने का मुद्दा उठा चुके तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पीटीयू के पूर्व वीसी की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के आरोप में ही की गई है। मामला काफी पुराना है। विजिलेंस अपनी कार्रवाई कर रही है। जिसने-जिसने भ्रष्टाचार किया है उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। विजिलेंस जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व वीसी के घर एक घंटा चला सर्च आपरेशन
उघर, अमृतसर में बाद विजिलेंस की टीम मंगलवार को डॉ. अरोड़ा के घर पर दबिश दी। विजिलेंस टीम बिना वारंट रंजीत एवेन्यू के डी ब्लाक में स्थित अरोड़ा के घर पहुंची तो अधिकारियों को भाजपाइयों और लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। विजिलेंस टीम के पूर्व वीसी के घर पहुंचते ही लोग एकत्र हो गए। लोगों ने जब अधिकारियों से सर्च वारंट मांगा तो उन्होंने कहा कि वह वारंट की कापी कपूरथला कार्यालय में ही भूल गए हैं। लोगों के विरोध को देखते हुए टीम को वापस जाना पड़ा और फिर शाम में वारंट लेकर वापस लौटी टीम ने अपनी कार्रवाई पूरी की।
कपूरथला से आए विजिलेंस इंस्पेक्टर सुरिंदर सिंह व अमृतसर विजिलेंस इंस्पेक्टर शमशेर सिंह के नेतृत्व में टीम ने लगभग एक घंटे तक कोठी का कोना-कोना खंगाला। बताया जा रहा है कि इस दौरान टीम को कोठी से 20 हजार रुपये, एक मंगलसूत्र, सोने की चेन और कुछ चांदी के गहने मिले। करीब एक घंटे तक चलाए सर्च अभियान के बाद छह सदस्यों वाली टीम वापस लौट गई। इस दौरान पूर्व मंत्री व भाजपा नेता अनिल जोशी, पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला व राष्ट्रीय स्वयं संघ के प्रांतीय प्रचारक प्रमोद कुमार भी मौजूद थे।