केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं और अब कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता. उन्होंने कहा कि अब दुनियाभर में भारत की छवि मज़बूत और तेजी से विकसित और तीव्रतर वृद्धि युक्त आर्थिक विकास वाले देश की है. दुनिया के लोगों की धारणा बदल रही है.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को राजसमन्द जिले के मदारिया माल्यावास में महाराणा कुम्भा की 601वीं जयंती पर महाराणा कुम्भा जन्मभूमि सेवा समिति की ओर से आयोजित मेवाड़ महाकुम्भ को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि मेवाड़ का इतिहास दुनिया के लिए प्रेरक है. इसमें आत्मसमर्पण नाम का कोई शब्द नहीं. या तो विजय है या फिर वीरगति. तीसरा कोई विकल्प है ही नहीं. राजनाथ ने कहा कि मेवाड़ की गौरव गाथा को जिस रूप में दर्शाया गया है, उसे देख यह महसूस होता है कि इतिहास के साथ इंसाफ नहीं हुआ.
गृहमंत्री ने मेवाड़ के राजवंश की स्थापना, बप्पा रावल से लेकर अब तक की परंपराओं और खासियतों, ऐतिहासिक गाथाओं आदि का स्मरण किया और इनसे प्रेरणा पाकर समाज और देश की एकता और अखंडता तथा नवनिर्माण में भागीदारी का आह्वान किया.
उन्होंने महाराणा कुम्भा को साम्राज्य का ही नहीं, बल्कि महान संस्कृति का संस्थापक बताया और मेवाड़ तथा राजस्थान की महिमा से परिचित कराते हुए कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य-पराक्रम, बलिदान की गाथाओं से भरी रही है. राजस्थान की धरती राणा की शक्ति, मीरा की भक्ति, पन्ना की युक्ति, भामाशाह की संपत्ति और वीरांगनाओं की मुक्ति की भूमि है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान का जो गौरवशाली इतिहास है. दुनिया के किसी कौने का कोई भी भारतवासी इसके इतिहास को पढ़ने से ही रोमांचित हो उठते है, प्रखर स्वाभिमान की भावना उनके अंदर पैदा हो जाती है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने मेवाड़ के संस्थापक महाराणा कुम्भा की जन्मस्थली मदारिया माल्यावास में भव्य महाराणा कुम्भा स्मारक बनाने और अन्य कार्यों के लिए केंद्र सरकार द्वारा हरसंभव सहयोग की घोषणा की है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मेवाड़ के शौर्य पराक्रम, वीरता, स्वाभिमान, साहस तथा मेवाड़ महिमा पर प्रकाश डाला और कहा कि आने वाली पीढ़ियों तक मेवाड़ के इतिहास को पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में फिल्म पद्मिनी पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन देश भर में इस पर पाबंदी होनी चाहिए.