राष्ट्रीय राजधानी में आज 69वें गणतंत्र दिवस समारोहों के लिए सुरक्षा के बेहतरीन प्रबंध किये गए हैं. किसी भी आतंकी हमले या अप्रिय घटना को रोकने के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
राजपथ से लाल किला तक आठ किलोमीटर लंबे परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए मोबाइल हिट टीम, विमान-रोधी प्रणालियों और शार्पशूटर्स को तैयार रखा गया है.
आसियान देशों के नेता आज गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को अचूक बनाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखा गया है.
ऊंची इमारतों पर शॉर्प शूटर तैनात किये गये हैं, वहीं बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों की मदद से परेड मार्ग से होकर गुजरने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी तोपों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं. दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के 60,000 जवानों को तैनात किया गया है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किसी भी हमले को रोकने या संदिग्ध तौर पर हवा में उड़ने वाली वस्तुओं की पहचान करने के लिए ड्रोन-रोधी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
सुरक्षाकर्मियों ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अधिक महत्व वाले प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिह्नित किया है और उन्हें सुरक्षित बनाने के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
परिवर्तित मार्गों के प्रबंधन और गणमान्य लोगों को सुरक्षित तरीके से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए यातायात पुलिस ने 1500 कर्मियों की तैनाती की है.
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सुबह 10.35 बजे से दोपहर के सवा बारह बजे तक किसी भी कॉमर्शियल विमान का परिचालन नहीं किया जाएगा.
सभी बाजारों में सतर्कता बरती जा रही है. मुख्य बाजारों में पुलिस ने खोजी कुत्तों को भी तैनात किया है. अधिकारी ने बताया कि पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
राष्ट्रीय राजधानी के महत्वपूर्ण इलाकों में बहु-स्तरीय सुरक्षा तैनात की गई है. अर्द्धसैनिक तथा एनएसजी कमांडो के साथ दिल्ली पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
गणतंत्र दिवस परेड पर मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) देशों के नेता शामिल हो रहे हैं . इसमें थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, ब्रुनेई, लाओस, म्यामांर, कंबोडिया, मलेशिया, फिलीपींस और वियतनाम शामिल हैं.