चण्डीगढ़ 22 जुलाई- बेटियां हमारे घर-आँगन की ही नहीं बल्कि राष्ट्र का भी गौरव है और यह हम सब के लिए गर्व की बात है कि वे हर क्षेत्र में आगे बढ़कर सफलता प्राप्त कर रही है, जिनकी बदौलत आज हमारा देश विश्व में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय ने यह गरिमापूर्ण उद्गार आज शनिवार कोे चंडीगढ़ सेक्टर-25 में द आईएएस हब द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में आई0ए0एस0 प्रशासनिक सेवा के चयनित अधिकारियों को शाल उढ़ाकर तथा स्मृति चिंह प्रदान कर सम्मानित करने के उपरांत संबोधित करते हुए प्रकट किए।
उन्होंने आईएएस हब की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि इस बार यू0पी0एस0सी0 2022 की परीक्षा में 200 बच्चे चयनित हुए हैं और जिनमे से 70 बेटियां है। श्री बंडारू दत्तात्रेय ने देश के यशस्वी एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पहली बार तैयार की गयी नयी शिक्षा नीति 2020 की सराहना करते हुए कहा कि इससे हमारे देश के युवक एवं युवतियां अपनी राष्ट्रभाषा में एम0बी0बी0एस0 व अन्य प्रशासनिक पद हासिल करने में सफलता प्राप्त कर सकेंगे और गरीब से गरीब युवा भी अपने सपनो को साकार कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा एक ऐसा सशक्त शस्त्र है, जिसके बलबूते पर आप अपने जीवन के सर्वाेच्च लक्ष्य को भी हासिल कर सकते है। उन्होंने आईएएस, आईएफएस, आईपीएस, आईआरएस जैसे सर्वाेच्च प्रशासनिक पदों की गरिमा एवं महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आपको जो सम्मान एवं गौरव इन पदों के फलस्वरूप समाज में हासिल होता है वो बड़े बड़े साधन सम्पन लोगों को भी प्राप्त नहीं हो पाता हैं।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने द आईएएस हब के पदाधिकारियों को चंडीगढ में नया सेंटर खोलने पर बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि इस सेंटर से वे उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों जैसे हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख आदि से भी और अधिक बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर देश को अच्छे प्रशासनिक अधिकारी देते रहेंगे।
राज्यपाल हरियाणा ने कहा कि यह ख़ुशी की बात है कि द आईएएस हब हरियाणा के कुछ हिस्सों में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को भी रियायती दरों पर एवं निःशुल्क तैयारी करने की सुविधा प्रदान कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का प्रयास कर रहा हैं।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने चयनित प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया कि वे पद की गरिमा के अनुरूप अपने शालीनतापूर्ण व्यवहार और उत्कृष्ट कार्यशैली से न केवल सरकार एवं प्रशासन में अपनी एक अलग पहचान बनाएंगे बल्कि समाज के लोगों के दिलों में भी अपनी एक विशेष जगह बनाएंगे। उन्होंने कहा कि काम कभी छोटा या बड़ा नहीं होता, इसलिए आप काम की महत्वत्ता को देखकर अपना फर्ज निभाएं।
इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा के कुलपति श्री टंकेश्वर कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्तिथ थे। द आईएएस हब के कस्टोडियन श्री संदीप मालड़ा, चेयरमैन श्री एम0के0 यादव, सीईओ सुश्री दिव्या, डायरेक्टर श्री मधुसूदन रेड्डी, आरएसएस के उत्तर क्षेत्र, जम्मू के सेवा प्रमुख श्री कृष्ण कुमार, अन्य फैकल्टी सदस्य एवं जिला महेन्द्रगढ़ से आए हुए दर्जनों गाँवों के सरपंचगण भी उपस्तिथ थे।