भारतीय मानक ब्यूरो की हरियाणा शाखा ने “युथ टू युथ कैंपेन” अभियान की शुरुआत की है, जिसमें हरियाणा प्रदेश के 15 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को शामिल किया गया। इस महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत, पहले चरण के दौरान गर्वमेन्ट पीजी कालेज, पंचकुला तथा गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया और 600 से अधिक स्वयंसेवकों को गुणवत्ता का संदेश फैलाने का काम सौंपा गया । इन स्वयंसेवकों को ‘मानक मित्र’ कहा जाता है और वे बीआईएस गतिविधियों और BIS Care App के बारे में कॉलेज के छात्रों को जागरूक करेंगे। इन स्वयंसेवकों को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 1500 रुपये के मानदेय और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत मानक गीत के साथ हुई और इसमें 60 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर गर्वमेन्ट पीजी कालेज, पंचकुला में एन.सी.राणा, अध्यक्ष, कंज्यूमर एसोसिएशन पंचकुला भी मौजूद थे। कालेज की प्रधानाचार्या श्रीमती भूपन्दिर कौर ने कहा कि यह अभियान देश को गुणवत्ता के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में अगला कदम होगा और मानकीकरण के लिए युवाओं में रुचि विकसित करेगा। कार्यक्रम के दौरान पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने जानकारीपूर्ण और रोमांचक पोस्टर बनाए। 3 विजेताओं को बीआईएस के सहायक निदेशक श्री निखिल चंद्रात्रे और उपभोक्ता संघ पंचकुला के अध्यक्ष श्री एन सी राणा के हाथों सम्मानित किया गया।
वहीं, गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर में मदन सिंह चौहान, महापौर, यमुनानगर ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। डॉ. मेजर एच एस किंग, प्रधानाचार्य, ने छात्रों को बीआईएस केयर ऐप और संचालित होने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।
इस वर्ष के विश्व मानक दिवस की थीम ने और भी महत्वपूर्णता प्राप्त की है, क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 3 – “अच्छा स्वास्थ्य और खुशहाली” के साथ मेल खाती है। बीआईएस मानता है कि मानक सिर्फ दस्तावेज़ नहीं है; वे हमारे समूह के सभी लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और भलाई की दिशा में हमारी संयुक्त यात्रा का समर्थन करने वाले स्तम्भ हैं। मानकों का स्वास्थ्य और भलाई पर गहरा प्रभाव होता है, और इन मानकों का पालन करके, हम सतत विकास लक्ष्य 3 को पूरा करके एक अधिक स्वस्थ और समृद्ध भारत का सृजन कर सकते हैं।
भारतीय मानक ब्यूरो की हरियाणा शाखा ने “युथ टू युथ कैंपेन” अभियान की शुरुआत की है, जिसमें हरियाणा प्रदेश के 15 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को शामिल किया गया। इस महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत, पहले चरण के दौरान गर्वमेन्ट पीजी कालेज, पंचकुला तथा गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया और 600 से अधिक स्वयंसेवकों को गुणवत्ता का संदेश फैलाने का काम सौंपा गया । इन स्वयंसेवकों को ‘मानक मित्र’ कहा जाता है और वे बीआईएस गतिविधियों और BIS Care App के बारे में कॉलेज के छात्रों को जागरूक करेंगे। इन स्वयंसेवकों को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 1500 रुपये के मानदेय और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत मानक गीत के साथ हुई और इसमें 60 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर गर्वमेन्ट पीजी कालेज, पंचकुला में एन.सी.राणा, अध्यक्ष, कंज्यूमर एसोसिएशन पंचकुला भी मौजूद थे। कालेज की प्रधानाचार्या श्रीमती भूपन्दिर कौर ने कहा कि यह अभियान देश को गुणवत्ता के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में अगला कदम होगा और मानकीकरण के लिए युवाओं में रुचि विकसित करेगा। कार्यक्रम के दौरान पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने जानकारीपूर्ण और रोमांचक पोस्टर बनाए। 3 विजेताओं को बीआईएस के सहायक निदेशक श्री निखिल चंद्रात्रे और उपभोक्ता संघ पंचकुला के अध्यक्ष श्री एन सी राणा के हाथों सम्मानित किया गया।
वहीं, गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर में मदन सिंह चौहान, महापौर, यमुनानगर ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। डॉ. मेजर एच एस किंग, प्रधानाचार्य, ने छात्रों को बीआईएस केयर ऐप और संचालित होने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।
इस वर्ष के विश्व मानक दिवस की थीम ने और भी महत्वपूर्णता प्राप्त की है, क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 3 – “अच्छा स्वास्थ्य और खुशहाली” के साथ मेल खाती है। बीआईएस मानता है कि मानक सिर्फ दस्तावेज़ नहीं है; वे हमारे समूह के सभी लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और भलाई की दिशा में हमारी संयुक्त यात्रा का समर्थन करने वाले स्तम्भ हैं। मानकों का स्वास्थ्य और भलाई पर गहरा प्रभाव होता है, और इन मानकों का पालन करके, हम सतत विकास लक्ष्य 3 को पूरा करके एक अधिक स्वस्थ और समृद्ध भारत का सृजन कर सकते हैं।