-पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के उत्थान व उज्जवल भविष्य को लेकर हरियाणा पुलिस की सार्थक पहल
– चतुर्थ श्रेणी तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के पुलिसकर्मियों के जीवन स्तर को उंचा उठाने के लिए वैल्फेयर विंग ने तैयार की कार्ययोजना
– उनके बच्चों में कौशल विकास करते हुए शैक्षणिक योग्यता अनुरूप दिया जाएगा प्रशिक्षण, रोजगार प्राप्ति में की जाएगी मदद
चंडीगढ़, 27 सितंबर। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हरियाणा पुलिस में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों के जीवन स्तर को उंचा उठाने के लिए विभाग की वेलफेयर विंग द्वारा कार्ययोजना बनाई गई है। इसके तहत जरूरतमंद पुलिसकर्मियों को सूचीबद्ध करते हुए उनके परिवार के सदस्यों की रोजगार प्राप्ति के लिए मदद की जाएगी। प्रथम चरण में इस प्रकार के 149 कर्मचारियों को सूचीबद्ध किया गया है जिनके बच्चों को पुलिस विभाग द्वारा कौशल विकास संबंधी प्रशिक्षण देते हुए उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि पुलिस विभाग की वेलफेयर विंग द्वारा पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ दिया जाता है। इसी श्रृंखला में तैयार की गई इस कार्ययोजना के तहत पुलिसकर्मियों को अलग-2 श्रेणियों में विभाजित करते हुए उनकी सूची तैयार की गई है। इनमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, अनुबंध आधारित तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के पुलिसकर्मी शामिल हैं। इनमें से जिन कर्मचारियों के बच्चे बेरोजगार हैं, उन्हें शैक्षणिक योग्यता के आधार पर प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि उनमें कौशल विकास करते हुए उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा सके। इन सभी बच्चों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण का पूरा खर्च पुलिस विभाग द्वारा वहन किया जाएगा। बच्चों की शैक्षणिक योग्यता के आधार पर कोर्सिज को डिजाइन किया गया है ताकि वे अपनी रूचि के अनुरूप इनका चयन कर सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मॉड्यूल लगभग तैयार किया जा चुका है और जल्द ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों को शुरू किया जाएगा।
श्री कपूर ने बताया कि इन बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न संस्थाओं से तालमेल स्थापित करते हुए काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सूचीबद्ध किए गए बच्चों के लिए ड्राइविंग स्कूल में प्रशिक्षण दिलवाने, कंप्यूटर की शिक्षा दिलवाने तथा सिक्योरिटी गार्ड आदि सहित अन्य कोर्स करवाने को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, पुलिस विभाग के जो कर्मचारी 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं और उनके बच्चे किसी कारणवश बेरोजगार रह गए हैं, ऐसे बच्चों को उनकी योग्यता के अनुरूप रोजगार दिलवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस विभाग अपने अधिकारियों व कर्मचारियों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसमे कोई दोराय नही है कि पुलिसकर्मियों का जीवन अपेक्षाकृत चुनौतिपूर्ण होता है, ऐसे में हमारा प्रयास है कि उनके बच्चों को रोजगार दिलवाकर उनके भविष्य को सुरक्षित किया जाए ताकि वे गलत दिशा की ओर न जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से ना केवल पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि वे अपने ड्यूटी के प्रति और अधिक निष्ठावान होंगे।