बीआईएस द्वारा संरचनात्मक डिजाइन और संरचनाओं की प्रमाण जांच परामर्श सेवाओं सम्बन्धी मानक प्रकाशित
मानक में प्रिंसिपल डिजाइन कंसल्टेंट (पीडीसी) और प्रूफ चेकिंग कंसल्टेंट (पीसी) के लिए न्यूनतम योग्यता और अनुभव मानदंड परिभाषित
IS 18299:2023, ‘संरचनात्मक डिजाइन और संरचनाओं की प्रमाण जांच परामर्श सेवाएं — अपेक्षाएं’
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), भारत के राष्ट्रीय मानक निकाय ने ‘संरचनात्मक डिजाइन और संरचनाओं की प्रमाण जांच परामर्श सेवाएं — अपेक्षाएं’ पर एक स्वदेशी भारतीय मानक, आईएस 18299:2023 प्रकाशित किया है। यह मानक सभी प्रकार की सिविल इंजीनियरिंग संरचनाओं के लिए संरचनात्मक डिजाइन और प्रमाण जांच परामर्श सेवाओं की आवश्यकताओं को शामिल करता है। इसमें सभी हितधारकों से अपेक्षित जिम्मेदारियां, शैक्षिक योग्यताएं और परिदेय भी शामिल हैं। यह मानक किसी भी सिविल इंजीनियरिंग संरचना के मालिकों, संरचनात्मक इंजीनियरों, वास्तुकारों, निर्माण ठेकेदारों, नियामक प्राधिकरणों, विशेषज्ञ डिजाइन सलाहकारों आदि के लिए प्रासंगिक है।इस सम्बन्ध में ब्यूरो द्वारा जारी स्टेटमेंट के अनुसार इस मानक को तैयार करने के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
क) दोनों प्रोजेक्ट डिलीवरी मोड, यानी डिजाइन-बिड-बिल्ड मोड, और डिजाइन और बिल्ड मोड के लिए प्रिंसिपल डिजाइन कंसल्टेंट (पीडीसी) और प्रूफ चेकिंग कंसल्टेंट (पीसी) की नियुक्ति की व्याख्या करना।
ख) सभी हितधारकों, यानी मालिक, पीडीसी, पीसी और कंस्ट्रक्टर की भूमिका और जिम्मेदारियों का संक्षेप में वर्णन करना, जिसमें उनसे अपेक्षित परिदेय भी शामिल हैं।
ग) पीडीसी और पीसी के लिए न्यूनतम योग्यता और अनुभव मानदंड परिभाषित करना।