सहायक रजिस्ट्रार एवं आईसीडीपी की महाप्रबंधक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार
1.30 करोड़ रुपये के गबन के आरोप में की गई कार्रवाई
चंडीगढ़, 15 मई- भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और कार्रवाई करते हुए हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने सहकारी समितियों की सहायक रजिस्ट्रार जिनके पास एकीकृत सहकारी विकास परियोजना (आईसीडीपी) के महाप्रबंधक का प्रभार भी था को आईसीडीपी कार्यालय रेवाड़ी में 1.30 करोड़ रुपये की धनराशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एसीबी के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी साझा करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अनु कौशिक, सहायक रजिस्ट्रार एवं महाप्रबंधक आईसीडीपी रेवाड़ी के रूप में हुई है।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो थाना गुरूग्राम द्वारा अभियोग संख्या 21/2023 में आईसीडीपी रेवाड़ी के कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहित एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसकी जांच की जा रही थी। राज्य सरकार द्वारा आईसीडीपी रेवाड़ी में विभिन्न कार्यों के लिए दी जाने वाली करोड़ों रुपये की वित्तीय अनुदान राशि में से आरोपियों द्वारा लगभग 1.30 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गयी थी। इस संबंध में एसीबी द्वारा रिकार्ड प्राप्त किया गया और जांच के दौरान आरोपी अधिकारी को एसीबी गुरुग्राम की टीम ने नियमानुसार गिरफ्तार कर लिया।
उक्त मामले मंे अनुसंधान जारी है।
000
एसीबी के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी साझा करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अनु कौशिक, सहायक रजिस्ट्रार एवं महाप्रबंधक आईसीडीपी रेवाड़ी के रूप में हुई है।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो थाना गुरूग्राम द्वारा अभियोग संख्या 21/2023 में आईसीडीपी रेवाड़ी के कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहित एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसकी जांच की जा रही थी। राज्य सरकार द्वारा आईसीडीपी रेवाड़ी में विभिन्न कार्यों के लिए दी जाने वाली करोड़ों रुपये की वित्तीय अनुदान राशि में से आरोपियों द्वारा लगभग 1.30 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गयी थी। इस संबंध में एसीबी द्वारा रिकार्ड प्राप्त किया गया और जांच के दौरान आरोपी अधिकारी को एसीबी गुरुग्राम की टीम ने नियमानुसार गिरफ्तार कर लिया।
उक्त मामले मंे अनुसंधान जारी है।
000