चिड़िया तेरा दाना पानी” का हुआ विमोचन
पंचकूला-
मनांजलि मंच एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् इकाई पंचकूला द्वारा बसंत पंचमी एवं गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में एक काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शुभारंभ चंडीगढ़ के प्रसिद्ध गायक सोमेश गुप्त द्वारा माँ शारदे की वंदना से हुआ।
मंच का उत्कृष्ट संचालन महासचिव अनिल शर्मा चिंतक ने बहुत ही सुचारु ढंग से किया।
परिषद के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार श्री बालकृष्ण गुप्ता जी के सान्निध्य में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत साहित्यकारा व परिषद की प्रांत उपाध्यक्ष श्रीमती संतोष गर्ग ने निभाई और वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती अरुणा डोगरा शर्मा द्वारा रचित काव्य संग्रह “चिड़िया तेरा दाना पानी” पुस्तक का विमोचन इनके कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में पुष्पा हंस, अनिल शर्मा, संगीता पुखराज, सतपाल सिंह एवं शशिकांत पुरी ने भी गणतंत्र दिवस पर अपने- अपने विचार व्यक्त किए व पुस्तक की स्टीक समीक्षा करते हुए उनकी कविताएँ सर्वहित प्रार्थना, विरासत, बेटियाँ, कविता, अनेकता में एकता, नारी, अपनी पहचान, पिता का खत, माँ पर क्या तुम लिख पाओगे एवं तुलसी पर गहन समीक्षात्मक टिप्पणियाँ की। बालकृष्ण गुप्ता जी ने अरुणा जी की कविता बहाना एवं बेटियाँ बहुत ही बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत करते हुए अपने भावों को व्यक्त किया। अरुणा जी के जीवनसाथी डॉ. विनय शर्मा ने बताया कि अरुणा आरंभ से ही बहुत ही संवेदनशील रही हैं, उनकी बहुत सी रचनाएं हैं जो पाठक को भावुक कर देती हैं।
अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीमती संतोष गर्ग ने लेखिका को बधाई देते हुए कहा कि पुस्तक का शीर्षक ‘चिड़िया तेरा दाना पानी’ रखने का मुख्य कारण अरुणा जी का प्रकृति प्रेम एवं पंछियों के प्रति गहरा लगाव रहा है जिसकी झलक पुस्तक में प्रकाशित अनेकानेक कविताओं में मिलती है।
इस अवसर पर अरुणा डोगरा ने भी पुस्तक से संबंधित अपने अनुभवों को सांझा किया और उपस्थित सभी रचनाकारों का आभार प्रकट किया।