पी.जी.आई. में ओ.पी.डी. ब्लॉक में उन्नत हेमोग्राम प्रयोगशाला का उद्घाटन
पी.जी.आई. की ओ.पी.डी में हीमेटोलॉजी विभाग के अंतर्गत एक पूर्णतयः स्वचालित हेमोग्राम
प्रयोगशाला का उद्घाटन संस्थान निदेशक के प्रोफेसर विवेक लाल ने मंगलवार, 06 दिसंबर द्वारा किया
गया। यह नई प्रयोगशाला रक्त परीक्षण के नवीनतम उपकरणों से पूरी तरह सुसज्जित है. पैथोलॉजिस्ट
द्वारा जांच के लिए मशीन स्वचालित रूप से स्लाइड भी तैयार करेगी। हीमोग्राम में हीमोग्लोबिन,
प्लेटलेट काउंट और व्हाइट ब्लड सेल काउंट के साथ-साथ डिफरेंशियल काउंट, रेटिकुलोसाइट काउंट
आदि जैसे परीक्षण शामिल हैं। नैदानिक सेवाओं द्वारा ये बहुत सामान्य रूप से अनुरोधित परीक्षण हैं
और यह नई पहल रिपोर्ट के समय को लगभग 15 घंटे से घटाकर 4 से 6 घंटे कर देगी।
बुनियादी सरल परीक्षणों के अलावा, यह नई मशीनें परिष्कृत नई सुविधाओं से भी लैस हैं, जैसे कि
फ्लोरोसेंट प्लेटलेट काउंट (डेंगू रोगियों में उपयोगी), रेटिकुलोसाइट हीमोग्लोबिन सामग्री के माध्यम से
एनीमिया रोगियों में लोहे की कमी का शीघ्र पता लगाना, खंडित लाल रक्त कोशिकाओं को ढूंढ़ना और
इनफ़ेक्शन और रक्त कैंसर के रोगियों में असामान्य कोशिकाएं को ढूंढ़ना. यह रोगी देखभाल सेवाओं
को और बढ़ाने के साथ-साथ संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों में सहायता करेगा।
प्रो. विवेक लाल ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि संस्थान के लिए यह गर्व की बात है कि
उसके पास अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं हैं, जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ विभागों के साथ तुलना करती हैं।
प्रशासन रोगियों के जीवन को आसान बनाने वाली प्रगति के पूर्ण समर्थन में है। हेमेटोलॉजी विभाग
की प्रमुख प्रो. रीना दास ने कहा कि बुनियादी परीक्षण अक्सर सबसे महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे
रोगियों की सबसे बड़ी संख्या को प्रभावित करते हैं। क्लिनिकल हेमटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी
विभाग के प्रमुख प्रो. पंकज मल्होत्रा ने सही समय पर सटीक रिपोर्टों की उपलब्धता पर प्रसन्नता एवं
संतुष्टि व्यक्त की। श्री कुमार गौरव धवन – उपनिदेशक (प्रशासन), श्री कुमार अभय – वित्तीय सलाहकार
और चिकित्सा अधीक्षक – प्रो. (डॉ.) विपिन कौशल ने भी इस समारोह की शोभा बढ़ाई।