कोरोना की भयंकर बीमारी पर कविता लिखना सुगम कार्य नहीं है: डॉ. अजय शर्मा
काव्य संग्रह खुशियां लौट आएँगी का हुआ विमोचन
चण्डीगढ़ : कोरोना की भयंकर बिमारी, विशेषकर उसके सकारात्मक पक्ष पर लिखना सुगम कार्य नहीं है। कवियों ने यह कार्य भी आसानी से करके पूरा संग्रह तैयार कर दिया। मैं कवियों के इस प्रयास की प्रशंसा करता हूं। यह कथन गोस्वामी गणेश दत्त सनातन के प्रिंसीपल डॉ. अजय शर्मा ने संवाद साहित्य मंच एवं कॉलेज के हिंद विभाग के तत्वावधान में आयोजित काव्य संग्रह खुशियां लौटेंगी के विमोचन के अवसर पर कहा। प्रसिद्ध पत्रकार व कथाकार मंयक मिश्रा विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की अध्यक्षा डॉ. प्रतिभा कुमारी तथा धन्यवाद डॉ. विनोद शर्मा ने किया। पुस्तक के मुख्य संपादक व वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज ने कहा कि कविताओं का विषय कठिन था, लेकिन कवियों ने इस पर बहुत ही प्रभावशाली कविताएं लिखकर साहित्य को समृद्ध कर दिया। पुस्तक में देश-विदेश के 26 कवियों को शामिल किया गया है। पुस्तक की संपादक व महासचिव नीरू मित्तल ने कहा कि संपादन का कार्य बहुत कठिन होता है। विशेष विषय पर कविता लिखना और भी मुश्किल कार्य था। लेकिन हमें कवियों से भरपूर समर्थन मिला। प्रत्येक कवि को पुस्तक और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें सुभाष भाष्कर, डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. सरिता मेहता, अशोक नादिर, बालकृष्ण गुप्ता, बलवंत तक्षक, निखिल कुमार डोगरा, आरके भगत, संगीता कुंद्रा, संतोष गर्ग, सारिका धुप्पड़, सीमा गुप्ता, बिमला गुगलानी और विनोद खन्ना शामिल थे। कुछ कवि विदेशों में होने के कारण शामिल नहीं हो सके। पुस्तक के प्रकाशक शायर सागर सूद भी उपस्थित थे। काफी संख्या में कालेज के विद्यार्थी भी कार्यक्रम में शामिल रहे।