इस साल अब तक 1333 शिकायतें पहुंची, 1018 विवादों का आपसी समझौते से हुआ निपटान
हरियाणा पुलिस द्वारा गठित ‘सामुदायिक संपर्क समूह‘ से हो रहा छोटे-मोटे विवादों का निपटारा
चंडीगढ़, 30 अगस्त – हरियाणा पुलिस द्वारा गठित ‘सामुदायिक संपर्क समूहों‘ (सीएलजी) ने वर्ष 2022 के प्रथम 6 माह के दौरान प्रदेश में 1018 से अधिक विवादों का बातचीत या मध्यस्थता के माध्यम से निपटान करने में मदद की है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, राज्य अपराध शाखा, हरियाणा, श्री ओपी सिंह ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी से जून, 2022 के बीच 3880 सीएलजी सदस्यों ने ऐसे विवादों, जिन्हें पुलिस या अदालतों के माध्यम से निपटाने के बजाय सौहार्दपूर्ण तरीके से हल किया जा सकता था, में मध्यस्थता करने के लिए इन बैठकों में भागीदारी की।
इस अवधि के दौरान, 1333 विवादों को सीएलजी के लिए चिह्नित किया गया। सीएलजी समाज के सम्मानित और प्रतिष्ठित लोगों की एक सभा है। सीएलजी को चिन्हित किए गए 1333 मामलों में से परिवार, संपत्ति और सामुदायिक विवादों जैसे 1018 सिविल नेचर के विवादों का निपटारा करना स्पष्ट रूप से हरियाणा पुलिस की पारदर्शी और सार्वजनिक-उन्मुख पुलिस पहल के प्रति जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
विवादों के निपटारे का ब्यौरा साझा करते हुए उन्होंने बताया कि जनवरी से मार्च के बीच सीएलजी की बैठकों में 322, अप्रैल माह में 243, मई में 232 और जून 2022 में 221 विवादों का समाधान आपसी सहमति से किया गया।
ओपी सिंह ने कहा कि सीएलजी के गठन के पीछे मूल उद्देश्य लोगों को बिना किसी मुकदमे के स्थानीय स्तर पर अपने छोटे-मोटे विवादों का निपटारा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। चूंकि सीएलजी के सदस्य भी स्थानीय क्षेत्र से होते हैं, इसलिए वे दोनो पक्षों के बीच के मुद्दों से भली भांति परिचित होने के साथ-साथ उनका समाधान करने में भी सहायक होते हैं।
उन्होंने कहा कि सीएलजी में भागीदारी की समय पर समीक्षा की जा रही है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में आपसी समझौते से कई और छोटे-मोटे विवाद निपटा लिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा पुलिस द्वारा उन मामलों को निपटाने के लिए सीएलजी का गठन किया गया है जिसके लिए प्राथमिकी की आवश्यकता नहीं है लेकिन बातचीत या मध्यस्थता के माध्यम से हल किया जा सकता है।