कोरोना काल के बाद कुछ विशेष क्षेत्रों में दुनिया भर में नौकरियों की भारी मांग पैदा हो रही है : सुरेन उप्पल
अब भारतीय भी लीगली ग्लोबल सिटिज़न बन सकते हैं व अपने कारोबार का विदेशों में विस्तार कर सकते हैं
विदेशों में जाकर महंगी शिक्षा हासिल करने का अब फायदेमंद नहीं रहा
चण्डीगढ़ : एसयूओ ग्लोबल गोल्डन वीजा और एंटरप्रेन्योर और बिजनेस वीजा के क्षेत्र में एक उद्यम है जो नई अवधारणाओं एवं नवाचार के जरिए इस क्षेत्र में पूरा परिदृश्य बदलने में जुटा है। एसयूओ ग्लोबल के संचालक सुरेन उप्पल, जो सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील भी हैं, ने बताया कि पुर्तगाल, ग्रीस, स्पेन, माल्टा आदि देशों में वहां की सरकारों के कई ऐसे प्रोग्राम हैं जिनसे जुड़ कर भारतीय भी लीगली ग्लोबल सिटिज़न बन सकते हैं व अपने कारोबार का विदेशों में विस्तार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में जाकर महंगी शिक्षा हासिल करना आजकल के दौर में फ़िजूखर्ची है। चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में सुरेन उप्पल ने बताया कि कोरोना काल के बाद कुछ विशेष क्षेत्रों में दुनिया भर में नौकरियों की भारी मांग पैदा हो रही है जिनमें हेल्थकेयर, हॉस्पिटैलिटी, आईटी, इंफ्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट व फैसिलिटी मैनेजमेंट आदि सेक्टर प्रमुख हैं। एसयूओ ग्लोबल
राष्ट्रीय सीमाओं से परे अपने क्षितिज का विस्तार करने के इच्छुक व्यक्तियों और संस्थाओं के लिए एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करने वाला पहला संगठन हैं और अपनी तरह का एकमात्र है जो सभी व्यापार और निवेश आधारित आप्रवासन सेवाओं को शामिल करते हैं। अपने ग्राहकों को उनकी प्राथमिकताओं के लिए सबसे उपयुक्त वीज़ा चुनने से लेकर, सभी कागजी कार्रवाई और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आव्रजन प्रक्रिया के हर चरण के माध्यम से मदद के लिए हमेशा तत्पर है। इसके अलावा एसयूओ के कार्यकलापों में कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करना, स्टार्टअप परामर्श, निवेश, व्यवसाय सेटअप और निगमन के साथ-साथ उन व्यापारियों और उद्यमियों के लिए सलाह देना शामिल है जो बड़ा सोचते हैं और खुद को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। एसयूओ के संचालन की बैंडविड्थ में गोल्डन वीजा: सरकार द्वारा स्वीकृत फंड, बॉन्ड, बैंक डिपॉजिट, शेयर या सबसे लोकप्रिय विकल्प, रियल एस्टेट में निवेश के माध्यम से स्थायी निवास और नागरिकता का सबसे आसान मार्ग का चयन करना भी शामिल है।