फोटोग्राफी व पर्यावरण पर कार्यशाला आयोजित
चंडीगढ़। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में एक कार्यशाला आज सेक्टर 17 स्थित सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी में आयोजित की गई। कार्यशाला में वाटर ड्रॉपलेट फोटोग्राफी, फोटोग्राफी माध्यम से तितलियों से संबंधित जानकारी तथा पर्यावरण व फोटोग्राफी जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुति दी गई। इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से ट्राइसिटी फोटो आर्ट सोसाइटी (तपस), नेचुरल बायो डायवर्सिटी सोसाइटी व सोशल सब्सटांस संस्था द्वारा पुस्तकालय के सहयोग से किया गया।
इस मौके पर क्षेत्र के प्रख्यात फोटोग्राफर व तपस के एडवाइजर दीप भाटिया ने वॉटर ड्रॉपलेट फोटोग्राफी पर जानकारी देते हुए बताया कि बेशक फोटोग्राफी की यह विधि काफी पुरानी है परंतु बहुत सारे लोगों को इसके बारे कम ही जानकारी है। यह विधा बहुत मुश्किल नहीं है। थोड़ी सी मेहनत व एकाग्रता के साथ इस में महारत हासिल की जा सकती है तथा उत्कृष्ट कलाकृतियां बनाई जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि कुछ जरुरी अक्युवमेंटस व एक दो बूंद पानी की सहायता से कैसे विभिन्न प्रकार की डिजिटली सुंदर आकृतियां बनाई जा सकती हैं।
सोशल सब्सटांस संस्था के प्रधान डॉ अरुण बंसल ने फोटोग्राफी द्वारा पर्यावरण व नेचर को हाईलाइट करने पर प्रकाश डाला। उन्होंने तस्वीरों के मध्य से पर्यावरण में तितलियों की महत्वता के बारे विस्तृत जानकारी दी।इस मौके पर लाइब्रेरीयन निज़ा सिंह, तपस की प्रधान नीतू कटियाल व कोऑर्डिनेटर प्रवीण जग्गी उपस्थित थे।