पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन जी ने कहा कि गरीब परीवार के बच्चों के प्रदेश के प्राईवेट स्कूलों में दाख़िले करवाने में विफल रही हरियाणा सरकार को इन परिवारों से सार्वजनिक माफ़ी माँगनी चाहिए इनके दाख़िले न होने से प्रदेश की भाजपा- जजपा गठबंधन सरकार की प्राईवेट स्कूल संचालकों के साथ मिलीभगत भी उजागर हो गई है इससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार को ग़रीबों से कोई सरोकार नहीं है इन्हें सिर्फ़ अपने पूँजीपति मित्रों के हितों की ही रक्षा करनी है
भाई चन्द्रमोहन ने कहा हरियाणा एजुकेशन रुल की धारा 134ए को खतम करने की हर कोशिश का कांग्रेस विरोध करेगी ओर प्रदेश सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगी इसको ख़त्म करने के साथ ही गरीब परिवारों की अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की उम्मीदें ख़त्म हो जाएगी व प्राइवेट स्कूल माफिया ओर अधिक संगठित हो जाएगा
भाई चन्द्रमोहन ने कहा कि 134ए के ख़त्म होने से सालाना 2 लाख रुपये की आय वाले गरीब परिवारों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों मे निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान ख़त्म हो जाएगा , जबकि आज प्रदेश में स्कूलों की संख्या के हिसाब से गरीब परिवारों के बच्चों के लिए दो लाख से अधिक सीट इस नियम के तहत आरक्षित है इस नियम के तहत पात्र परिवार को बच्चा टेस्ट पास कर किसी भी प्राइवेट स्कूल में दाख़िला ले सकता है वह टेस्ट के मुताबिक़ किसी भी कक्षा में दाख़िला लेने के साथ ही सेशन के बीच में स्कूल भी बदल सकता है बच्चे की फ़ीस व दाख़िले की ज़िम्मेदारी प्रदेश सरकार की रहती है
भाई चन्द्रमोहन ने कहा कि अगर 134 ए को ख़त्म कर दिया तो ये परिवार अपने बच्चों का दाख़िला सिर्फ़ पहली कक्षा में ही करवा सकेंगे इन्हें किसी भी अन्य कक्षा में दाख़िले का आप्शन मिलना बन्द हो जाएगा एसे में इन परिवारों के सामने अपने नज़दीकी प्राइवेट स्कूल में ही दाख़िला करवाने का प्रावधान रहेगा यानी, पसंद के मुताबिक़ स्कूल नहीं चुन सकेंगे
चन्द्रमोहन ने कहा कि प्राइवेट स्कूल संचालकों की लॉबी के आगे
प्रदेश की सरकार नतमस्तक हो चुकी है इनके लोभ – लालच में आकर ही 9 महीने बीतने के बावजूद आज तक सरकार इन बच्चों के दाख़िले नहीं करवा पाई है दाखिलों में विफल रही सरकार का यह कहना सरासर ग़लत है कि वे गरीब परिवारों के बच्चों को कोई भविष्य में कोई दिक़्क़त न आने देने के लिए एजुकेशन रुल 134 ए को ख़त्म करने का बदलाव कर रहे है
चन्द्रमोहन ने कहा प्रदेश सरकार का यह कदम प्राइवेट स्कूल संचालकों के सामने घुटने टेकने के समान है उनके इस कदम के लिए प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी