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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती नाकाफी : सैलजा

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पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती नाकाफी : सैलजा

– यह कमी तो एक महीने में बढ़े दाम के बराबर

– रसोई गैस की कीमतों में कमी लाए सरकार

चंडीगढ़ 5 नवम्बर।

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दामों में की गई कटौती को नाकाफी करार दिया है। उन्होंने कहा कि जितने दाम केंद्र सरकार कम करके वाहवाही लूटना चाहती है, उतनी बढ़ोतरी तो सिर्फ अक्टूबर महीने में ही कर दी गई थी। उन्होंने हर परिवार को महंगाई से राहत देने के लिए रसोई गैस के दामों में कटौती करने की मांग की।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि मार्च 2014 में एलपीजी के घरेलू सिलेंडर की कीमत 410 रुपये थी। अब ये कीमत बढ़कर 900 रुपये हो चुकी है, जो केंद्र सरकार के 7 साल के कार्यकाल के दौरान दोगुने से भी अधिक है। घरेलू गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ने से हर घर पर आर्थिक भार पड़ा है। देश में करोड़ों गरीब परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने गैस के दाम बढ़ने से अपने सिलेंडर भरवाने बंद कर दिए हैं और महिलाओं को फिर से धुएं में खाना बनाना पड़ रह है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ने कहा कि देश में कितनी बड़ी विडंबना है कि लोगों की जेब से रुपये निकालने के लिए हर रोज डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाए जाते हैं। जब भी दाम बढ़ाने को लेकर सवाल उठते हैं तो इसे पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा की गई बढ़ोतरी बताकर सरकार पल्ला झाड़ लेती है। लेकिन अब पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने का जो ढोंग जनता के सामने किया है, उसका श्रेय प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को दिया जा रहा है। यानी, दामों में बढ़ोतरी के लिए सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागती है और फिर दाम घटाने का श्रेय लेने के लिए खुद आगे आकर अपनी पीठ थपथपाती है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश व देश की जनता सरकार की जेब काटने की कला को बखूबी समझने लगी है। इसलिए विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को ट्रेलर दिखा दिया है। आने वाले समय में होने वाले विभिन्न राज्यों के संभावित चुनावों को देखते हुए केंद्र सरकार अभी से घबराने लगी है। इसलिए पेट्रोल-डीजल के दामों में मामूली सी कटौती कर लोगों का विश्वास जीतने की यह कोशिश भी नाकाफी साबित होने वाली है।