हिंदी भाषा तो जन- जन की बोली है
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हिन्दी दिवस के उपलक्ष में माँ हिंदी को समर्पित “भारत वंदन न्यूज़” द्वारा लाइव कार्यक्रम आयोजित किया गया ।यह कार्यक्रम “माटी की सुगंध” संग आयोजित किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध गीतकार डॉक्टर जयसिंह आर्य जी ने की ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुविख्यात ग़ज़लकार डॉक्टर कृष्ण कुमार ‘नाज’ जी रहे ।कार्यक्रम का संचालन संगीता शर्मा कुंद्रा(चंडीगढ़) ने किया। यह कार्यक्रम श्रीमती अंजलि सिसोदिया जी के संयोजन में हुआ ।कार्यक्रम में भाग लेने वाले कवि थे डॉक्टर जय सिंह आर्य ,डॉक्टर कृष्ण कुमार ‘नाज ‘,श्रीमती अंजलि सिसोदिया ,डॉक्टर संगीता तिवारी ‘शिल्पी'(मुंबई), श्रीमती रेखा मल्हान(दिल्ली) श्रीमती नंदिनी रस्तोगी (मेरठ)।
डॉक्टर जयसिंह आर्य जी ने माँ हिन्दी पर पढ़े इस गीत को तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सुना गया:-
“मैं भारत में जन्मा खेला, खाया हिन्दी में”।
हिन्दी में रोया हूँ हँसता आया हिन्दी में”।।
उनके इस माहिए को भी मुक्त कंठ से सराहा गया:-
चंदन की रोली है
हिन्दी भाषा तो
जन-जन की बोली है
डाॅक्टर कृष्ण कुमार ‘नाज’ जी “अभिनंदन उन पुरखों का, जो ये जागीरें छोड़ गए”।
संगीता शर्मा कुंद्रा ” हिंदी तू मेरी मनमीत है” एवं “देना चाहिए राष्ट्रभाषा बनाने का निमंत्रण”।
रेखा मल्हान “विश्व में भाषाएँ देती सीख अनेक,उनमें हिन्दी देती विश्व को विवेक।
नन्दिनी रस्तोगी ‘नेहा’ “हिंदी दिवस मनाऊँ आज रोज क्यों नहीं!
डॉ. संगीता तिवारी ‘शिल्पी ‘”हमारे हिंद की तो विश्व में पहचान है हिन्दी “।
कविताएं सुनाकर दर्शकों को भावविभोर किया।
अन्त में कवि सम्मेलन संयोजिका अंजलि शिशोदिया ने सभी कवियों व श्रौताओं का आभार व्यक्त किया