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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

BJP-JJP सरकार की नाकामियों से बेरोजगारी का दंश झेल रहे प्रदेश के युवा- कुमारी सैलजा

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BJP-JJP सरकार की नाकामियों से बेरोजगारी का दंश झेल रहे प्रदेश के युवा- कुमारी सैलजा

चंडीगढ़, 3 सितंबर

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि यह बेहद दूर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा का युवा भाजपा-जजपा सरकार की नाकामियों के कारण लगातार बेरोजगारी का दंश झेल रहा है। सीईएमआईई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा की बेरोजगारी दर 35.7 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो देश में सबसे अधिक है। विफलताओं में अव्वल स्थान पर रहना प्रदेश सरकार के लिए बेहद शर्मनाक बात है।

यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के ताजा आंकड़ों को देखें तो अगस्त महीने में देश में बेरोजगारी की औसत दर 8.32 प्रतिशत रही है। जबकि, हरियाणा में यह इसके मुकाबले 4 गुणा से अधिक बढ़कर 35.7 प्रतिशत हो गई है। यह दर जुलाई महीने के मुकाबले और अधिक बढ़ी है। यह पांच साल में दूसरी सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है। जबकि, जुलाई की बात करें तो हरियाणा में बेरोजगारी की दर 28.1 प्रतिशत थी। यानी, प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की अदूरदर्शिता के चलते फिर से अपना रिकॉर्ड तोड़ कर हरियाणा बेरोजगारी के मामले में देश में सर्वोच्च शिखर पर लगातार काबिज है। बेरोजगारी पर कंट्रोल न कर पाने वाली हरियाणा की गठबंधन सरकार की गलत नीतियों के चलते प्रदेश बार-बार बेरोजगारी के मामले में अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर देश में पहले स्थान पर बना हुआ है। बेरोजगारी की यह दर देश के तमाम छोटे-बड़े राज्यों में सबसे ऊपर है। हरियाणा प्रदेश में शहरों में बेरोजगारी दर जुलाई में 38.4 प्रतिशत थी जो अगस्त में 0.8 प्रतिशत बढ़कर 39.2 प्रतिशत हो गई है और वही ग्रामीण क्षेत्र में जुलाई में बेरोजगारी दर 21 प्रतिशत थी जो अगस्त में 12.6 प्रतिशत बढ़कर 33.6 प्रतिशत हो गई है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार की नीयत में हरियाणा प्रदेश के युवाओं को रोजगार देना है ही नहीं। सरकार की नाकामियों के कारण प्रदेश में उद्योग धंधे तबाह हो चुके हैं। बड़े-बड़े उद्योग प्रदेश से पलायन कर रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां खत्म हो चुकी हैं। वर्षों से कार्यरत लोगों को ही नौकरियों से निकाला जा रहा है। सरकारी नौकरियां यह सरकार देना नहीं चाहती है। वहीं अब हरियाणा प्रदेश में लगातार हो रहे पेपर लीक इस सरकार की नाकामियों का सबसे बड़ा जीता जागता उदाहरण है। इस सरकार में तीन दर्जन से अधिक ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं।