सेवा में
महामहिम राज्यपाल,
पंजाब एवं प्रसाशक संघ राज्य क्षेत्र चंडीगढ़
विषय : चंडीगढ़ में धारा 144 को निरस्त करने हेतू।
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा किसान आनदोलन समर्थकों भाजपा के दबाव में फिर से गिरफ्तार करना और प्रसाशन द्वारा धारा 144 लागू करना। यह साफ़ दर्शाता है की प्रसाशन पूर्ण रूप से भाजपा की कठपुतली के रूप में काम कर रहा है।
किसानो द्वारा कृषि कानूनों के विरोध में लगभग 8 महीने से शांति पूर्ण ढंग से किये जा रहे विरोध प्रदर्शनों में किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं हुई। चंडीगढ़ के सेक्टर 48 में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कार का शीशा टूटने की हम निंदा करते हैं परन्तुं इस मामले को भाजपा द्वारा इतना तूल देना और हाय तौबा मचाना नाटकीय लग रहा है। एक छोटी सी घटना को तूल देकर पुरे शहर को अघोषित आपातकाल की स्थिति में लाना आम जन के संवैधानिक अधिकारों का हनन है, लोकतंत्र का हनन है।
लागभग 18 माह के लम्बे अंतराल के बाद कुछ राहत मिली है जिसका उपयोग कर के सामाजिक व राजनैतिक संगठन अपने संगठन के लोगो से मिलने और कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार करने लगे थे। कोरोना काल की अव्यवस्थाओं, बेरोजगारी और बेतहासा महंगाई की मार झेल रही जनता का भाजपा से मोह भंग होने लगा है, सत्ताधारी दल नही चाहता की विपक्षी दल जनता से संवाद कर सकें जिसका नुक्सान उन्हें आगामी नगर निगम चुनाव में उठाना पड़े। इसलिए सत्ताधारी दल ने प्रसाशन पर दबाव बना कर धारा 144 लागू करवा कर अघोषित आपात काल की स्थिति पैदा कर दी है।
समाजवादी पार्टी चंडीगढ़ इस तरह के तानाशाही आदेश की निंदा करती है और चंडीगढ़ के प्रसाशक माननीय श्री वी पी सिंह बदनौर जी को ज्ञापन के माध्यम से निवेदन करते हैं कि मात्र एक राजनैतिक दल की तरफदारी न करते हुए इस आदेश को जल्द ही निरस्त करें।
धन्यवाद
विक्रम यादव
प्रदेश अध्यक्ष ,
समाजवादी पार्टी चंडीगढ़
9877929396