आम आदमी पार्टी ने किया संयुक्त किसान मोर्चा के काला दिवस का समर्थन
पंचकूला। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र राठी ने कहा कि हिसार मामले में आखिरकार किसानों की ही जीत हुई सरकार को झुकना पड़ा। आख़िर खट्टर सरकार को किसान-मज़दूर की ड्योढ़ी पर झुकना पड़ा। हिसार में किसानो का संघर्ष रंग लाया। किसान-मज़दूर की विजय हुई, सरकार का षड्यंत्र फेल हुआ।
सरकार जल्द से जल्द तीनों काले क़ानून ख़त्म करवाने चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मई को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। किसान आंदोलन का समर्थन करती आ रही आम आदमी पार्टी ने काला दिवस मनाए जाने को लेकर भी समर्थन देने का वादा किया है। राठी ने कहा कि पिछले छह महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। उनकी मुख्य मांग है कि तीन किसान विरोधी काले कानूनों को वापस लिया जाए तथा एमएसपी की गारंटी स्पष्ट करते हुए नए कानून का निर्माण किया जाए। परंतु सरकार इतनी असंवेदनशील है कि इस बात की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। आरंभ में तो कई दौर की बातचीत हुई परंतु अब पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार के दरवाजे बातचीत के लिए बंद है। चार सौ से अधिक किसानों की शहादत के बाद भी सरकार चुप्पी साधे हुए हैं जो न केवल चिंतनीय है ,अपितु दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए फसल कटाई के बाद दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढऩे लगी है। किसान इस बात पर अडिग है कि जब तक सरकार इन तीनों तीनों काले कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक किसान संघर्ष करते रहेंगे। आम आदमी पार्टी आरंभ से ही किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी एवं डॉक्टर सुशील गुप्ता हरियाणा प्रभारी कई बार बॉर्डर पर जाकर किसानों से मिले हैं, उनका समर्थन किया है।
इसी कड़ी में डॉ सुशील गुप्ता राज्यसभा सांसद के आदेश अनुसार आम आदमी पार्टी किसान आंदोलन की छमाही अर्थात 26 मई को अपने कार्यकर्ताओं का अपने-अपने घरों पर पार्टी के झंडे के साथ, काला झंडा लगाने का आह्वान किया है। आम आदमी पार्टी ने झंडे लगाने के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से अपने-अपने जिले में नगर के धरना स्थल पर काले झंडे लेकर सामूहिक हिस्सेदारी के लिए आह्वान किया है।