ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ग्रीष्मकालीन शिविर 2021 के माध्यम से प्रदेशभर के बच्चों के सपनों को पंख लगाएगी परिषद- प्रवीण अत्री
परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने ऑनलाइन ग्रीष्मकालीन शिविर 2021
17 मई से शुरू करने की घोषणा की
संकट की स्थिति में बच्चों के कल्याण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी परिषद- प्रवीण अत्री
मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने सभी मंडल बाल कल्याण अधिकारियों और जिला बाल कल्याण अधिकारियों की ऑनलाइन मीटिंग में दिए आवश्यक दिशा निर्देश
कोरोना महामारी के संकटकालीन दौर के दौरान जब हर कोई अपने घरों में रहने को मजबूर है और बच्चे घरों में अकेलापन महसूस कर रहे हैं। ऐसे में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बाल कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बच्चों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से बड़ा मंच प्रदान करने जा रही है। उक्त जानकारी परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान परिषद 17 मई से 4 जून के बीच “ऑनलाइन ग्रीष्मकालीन शिविर 2021” का आयोजन करने जा रही है। जिसके माध्यम से विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ बच्चों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देंगे और सप्ताहांत में उन्हीं विषयों को लेकर बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की उपलब्धता से बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से घर बैठे अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि “ऑनलाइन ग्रीष्मकालीन शिविर 2021” में विशेषज्ञ बच्चों को कोविड-19 में सकारात्मक विचारों की जागरूकता, कोविड-19 वैक्सीन लगवाने की जागरूकता, कोरोना वॉरियर्स का सम्मान बढ़ाने वाले जागरूकता समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित करेंगे और प्रशिक्षण उपरांत बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे। इन प्रतियोगिताओं में पेंटिंग, स्केचिंग, एकल लोकगीत, एकल लोक नृत्य, एकल देशभक्ति गीत ब्लॉग व अन्य गतिविधियों के माध्यम से बच्चे ऑनलाइन अपनी प्रस्तुतियां परिषद द्वारा जारी पोर्टल लिंक summervacationcamp.in पर अपलोड की जा सकेंगी। जोकि परिषद की वेबसाइट www.childwelfareharyana.com पर उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान बच्चों को विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ साथ शारीरिक रूप से मजबूती के लिए ऑनलाइन माध्यम के द्वारा ही सूर्य नमस्कार का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी। मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने सभी मंडल बाल कल्याण अधिकारियों और जिला बाल कल्याण अधिकारियों की ऑनलाइन मीटिंग में सभी अधिकारियों से सुझाव लिए और सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चे कोविड-19 के कारण पिछले लंबे समय से घर बैठने को मजबूर हैं इसीलिए ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चे अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे और उन्हें परिषद ऑनलाइन माध्यम से बच्चों के सपनों को उड़ान देने के लिए बड़ा मंच प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि परिषद संकट की इस स्थिति के दौरान स्लम बस्तियों में सेफ्टी किट वितरित करेगी और लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए जागरूक करेगी। उन्होंने कहा कि परिषद का उद्देश्य बाल कल्याण के कार्य व गतिविधियों को प्रदेश के हर उस बच्चे तक पहुंचाना है, जिसमें प्रतिभा है लेकिन वह संसाधनों के अभाव में अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाता। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि सभी सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करें और जहां तक संभव हो अपने घरों में रहे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से अपना व अपने आसपास के लोगों का बचाव कर हम देश के जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभा सकते हैं।