इंडियनकाउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के अनुसार कुपोषण की तरह ही मोटापा भी महामारी का रूप ले रहा है। देश की करीब 13 फीसदी आबादी इससे पीड़ित है। मोटापे से ब्लड-प्रेशर, दिल की बीमारी, डायबिटीज, स्लीप एप्निया, जोड़ों का दर्द, थायराइड जैसी गंभीर बीमारियां हो रही हैं। मोटापे के कारण 13 तरह के कैंसर का खतरा भी है। इसे रोका नहीं गया तो हर साल सरकार को हैल्थ केयर पर एक हजार करोड़ रु. का खर्च अनुमानित है। करीब 18 साल तक चली जामा की स्टडी में 93 हजार महिलाओं का सर्वे किया गया। इससे पता चला कि मोटे व्यक्ति में कैंसर की आशंका बढ़ जाती है। 32.5 से अधिक बीएमआई का व्यक्ति गंभीर मोटापे का शिकार माना जाता है। इनके पास सर्जरी के अलावा विकल्प नहीं होता। माना जाता है कि दुनियाभर में 15 फीसदी लोग गंभीर मोटापे से ग्रसित है। भारत इस मामले में तीसरे पायदान पर है। पहला नंबर अमेरिका, दूसरा चीन का है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक मध्यम और निम्न मध्यमवर्गीय 80 फीसदी लोग टाइप-2 डायबिटीज के कारण दम तोड़ देते हैं। 2030 तक इस आंकड़े का दोगुना होने का अनुमान है।
हर किसी की तमन्ना होती है कि वो बढ़ती उम्र में भी कम का नजर आए। लेकिन आजकल के लाइफस्टाइल के चलते 35 साल की उम्र के बाद ही त्वचा मुर्झाने लगती है और उम्र का असर चेहरे पर दिखने लगता है। अगर आप इस परेशानी से बचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है। ध्यान रखिए कि बाजार में बिकने वाले सौंदर्य उत्पाद आपको कुछ देर की सुंदरता तो दे सकते हैं, लेकिन सही मायने में खूबसूरती चाहिए तो आपको अपने खानपान में सुधार करने की आवश्यकता है क्योंकि खानपान से ही शरीर को एनर्जी मिलती है, कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन, आयरन और अन्य मिनरल्स मिलते हैं जो हमारे शरीर को सही से काम करने लायक बनाते हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा उन चीजों को खानपान में शामिल करें जो पोषक तत्वों से भरपूर हों।
डॉ विभा ने आयुर्वेद को खुद से जिया है , उन्होंने वात /पित्त/कफ दोष के आधार पर खास डाइट व एक्सरसाइज प्लान करके पहले खुद को निखारा,तराशा व तीन इंटरनेशनल व नेशनल टाइटल हासिल किये व सालों से पंचकूला, जीरकपुर अम्बाला में महिलाओं की फिटनेस को लेकर जागरूक कर रही थीं ।
और अब अपने उसी कामयाब टाइम टेस्टेड नुस्खे को चण्डीगढ़वासियों के लिए लेकर आई हैं , इस फार्मूले को अपनाकर आप भी फैट से फिट बन सकती है