भारत के 5 प्रतिशत लोगमोटापे के शिकार, एपिडेमिक का रूप लेरहा मोटापा।
चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री : मोटापा कमकरना किसी चुनौतीसे कम नहीं।कोई पीसीओडी काशिकार है तोकोई शुगर, ब्लडप्रेशर या कोरोनरी आर्टरीडिसीज काभारत की 22 प्रतिशत वयस्कमहिलाएं मोटापे की समस्यासे ग्रस्त : डॉविभा बावाबी एमआई कि बजायकमर पर रखेंनजर महिलाओं में80 सेंटीमीटर वपुरुषों में 94 सेंटीमीटर सेअधिक मोटापे केशुरुआत।मोटापेका मूल कारणहै जब हमखपत से ज्यादाकैलोरी युक्त खानाखाते है फिरचाहे वह कार्बोहाइड्रेट होया फिर प्रोटीन, औरयह अधिक फैटहमारे सारे ऑर्गन्स केआस पास इकट्ठाहो जाता हैव उन ऑर्गन्स केफंक्शन को डिस्टर्ब करताहै । मोटापेको हराना एकचैलेंज है , यदिमोटापे को चैलेंजस्वीकार कर हराना चाहेंतभी मोटापा दूरकिया जा सकताहै , ऐसा हीएक चैलेंज हरवर्ष डॉ विभा द्वाराआयोजित किया जाताहै। डॉ विभाकहती हैं अगरमैं खुद कर सकतीहूँ तो आप क्योंनहीं , सिर्फ औरसिर्फ संकल्प लेकर, जुनून के साथसही दिशा मेंचलना है औरआप फिट होजाएंगे ।