आज गार्बेज के मुद्दे को लेकर क्राफ्ड की आपातकालीन मीटिंग समुदायिक केंद्र सेक्टर 22 में रखी गई। इस मीटिंग का मुख्य एजेंडा डोर टू डोर कूड़े को इकट्ठा करने के संशय को दूर करने के लिए चंडीगढ़ के महापौर श्री रवि कांत शर्मा जी को बुलाया गया। इस मीटिंग की अध्यक्षता श्री हितेश पुरी जी ने की। और वरिष्ठ चेयरमैन श्री सुरेंद्र शर्मा जी ने अपने स्वागत भाषण से मीटिंग की शुरुआत की।
श्री हितेश पुरी जी ने मेयर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि कि गार्बेज को इकट्ठा करने के आधुनिक तरीके का स्वागत है परंतु जो सफाई कर्मचारी पिछले कई सालों से हमारे घरों से कूड़ा इकट्ठा कर रहे हैं उनका किसी भी हालत में रोजगार ना छीना जाए। उन्होंने कहा कि 20% मकानों में रहने वाले लोग सुबह जल्दी अपने काम पर चले जाते हैं। ऐसे लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखना होगा।
श्री रजत मल्होत्रा महासचिव ने कहा की पुरानी व्यवस्था से घरों से उठाए जाने वाला तरीका हमारे लिए आसान था। हाउसिंग बोर्ड के मकानों में दूसरे और तीसरे माले पर रहने वाले बुजुर्ग इस नई व्यवस्था को लेकर आशंकित हैं। इस नई व्यवस्था में इनके विकल्पों का ध्यान रखना जरूरी है। दूसरा संशय यह भी है कि हाउसिंग बोर्ड के भीतर सड़कें छोटी हैं ऐसे में कूड़ा उठाने वाले बड़े ट्रकों से काफी असुविधा होगी।
डा० अनीश गर्ग, मुख्य प्रवक्ता, क्राफ्ड ने कहा की कूड़ा उठाने के लिए जो गाड़ियां मोहल्ले में आएंगी उनका शुरुआती दिनों में समय ज्यादा रखना होगा। क्योंकि गाड़ी की एकदम आवाज़ सुनते ही कूड़ा लेकर बाहर आने का लोगों को अभ्यास नहीं है। और गारब़ेज के मुद्दे को लेकर एक धड़ा अभी भी प्रदर्शन पर है। नगर निगम को इस से भी वार्ता करनी चाहिए। ताकि इस आपस की खींचातानी में चंडीगढ़ की जनता परेशान ना हो।
श्री जी एस आहलूवालिया, सीनीयर वाइस चेयरमैन ने कहा कि नगर निगम में जो कूड़े के लिए रेट तय किए हैं वो जनता के समक्ष प्रकट करने चाहिए।
इस मीटिंग में नेहा अरोड़ा, कुलदीप सिंह गिल, जोगिंदर सिंह, सुप्रिया, प्रीति वर्मा ने अपने प्रश्न रखे।
इन सभी सवालों का जवाब देते हुए महापौर श्री रवि कांत शर्मा जी ने कहा गार्बेज़ को इकट्ठा करने की नई योजना एनजीटी के निर्देशों पर तय हुई है। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर गार्बेज इकट्ठा करने वालों को 3 साल से एनजीटी की इस योजना के बारे में अवगत करा दिया गया था। और इस संदर्भ में गार्बेज कलेक्टर कोई ठोस प्रस्ताव लेकर नहीं आए लेकिन नगर निगम ने फिर भी प्रदर्शन करने वाले गार्बेज कलेक्टर्स की अधिकतम मांगों को मान लिया।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि मौजूदा स्थिति में कूड़ा उठाने वाले सभी स्वयं को नगर निगम के साथ पंजीकृत करें और उनको काम पर रखा जाएगा। और साथ ही कहा कि जितना पैसा भी अभी ले रहे हैं उसमें कोई कटौती नहीं की जाएगी। हमने इनको कूड़ा स्वयं बेचने तक की रजामंदी जाहिर कर दी है। उन्होंने अपने वक्तव्य के अंत में कहा कि चंडीगढ़ के नागरिकों और गार्बेज कलेक्टरों को एनजीटी के निर्देशों को समझते हुए इस नई योजना का हिस्सेदार बनना चाहिए।
प्रेस विज्ञप्ति
आज गार्बेज के मुद्दे को लेकर क्राफ्ड की आपातकालीन मीटिंग समुदायिक केंद्र सेक्टर 22 में रखी गई। इस मीटिंग का मुख्य एजेंडा डोर टू डोर कूड़े को इकट्ठा करने के संशय को दूर करने के लिए चंडीगढ़ के महापौर श्री रवि कांत शर्मा जी को बुलाया गया। इस मीटिंग की अध्यक्षता श्री हितेश पुरी जी ने की। और वरिष्ठ चेयरमैन श्री सुरेंद्र शर्मा जी ने अपने स्वागत भाषण से मीटिंग की शुरुआत की।
श्री हितेश पुरी जी ने मेयर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि कि गार्बेज को इकट्ठा करने के आधुनिक तरीके का स्वागत है परंतु जो सफाई कर्मचारी पिछले कई सालों से हमारे घरों से कूड़ा इकट्ठा कर रहे हैं उनका किसी भी हालत में रोजगार ना छीना जाए। उन्होंने कहा कि 20% मकानों में रहने वाले लोग सुबह जल्दी अपने काम पर चले जाते हैं। ऐसे लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखना होगा।
श्री रजत मल्होत्रा महासचिव ने कहा की पुरानी व्यवस्था से घरों से उठाए जाने वाला तरीका हमारे लिए आसान था। हाउसिंग बोर्ड के मकानों में दूसरे और तीसरे माले पर रहने वाले बुजुर्ग इस नई व्यवस्था को लेकर आशंकित हैं। इस नई व्यवस्था में इनके विकल्पों का ध्यान रखना जरूरी है। दूसरा संशय यह भी है कि हाउसिंग बोर्ड के भीतर सड़कें छोटी हैं ऐसे में कूड़ा उठाने वाले बड़े ट्रकों से काफी असुविधा होगी।
डा० अनीश गर्ग, मुख्य प्रवक्ता, क्राफ्ड ने कहा की कूड़ा उठाने के लिए जो गाड़ियां मोहल्ले में आएंगी उनका शुरुआती दिनों में समय ज्यादा रखना होगा। क्योंकि गाड़ी की एकदम आवाज़ सुनते ही कूड़ा लेकर बाहर आने का लोगों को अभ्यास नहीं है। और गारब़ेज के मुद्दे को लेकर एक धड़ा अभी भी प्रदर्शन पर है। नगर निगम को इस से भी वार्ता करनी चाहिए। ताकि इस आपस की खींचातानी में चंडीगढ़ की जनता परेशान ना हो।
श्री जी एस आहलूवालिया, सीनीयर वाइस चेयरमैन ने कहा कि नगर निगम में जो कूड़े के लिए रेट तय किए हैं वो जनता के समक्ष प्रकट करने चाहिए।
इस मीटिंग में नेहा अरोड़ा, कुलदीप सिंह गिल, जोगिंदर सिंह, सुप्रिया, प्रीति वर्मा ने अपने प्रश्न रखे।
इन सभी सवालों का जवाब देते हुए महापौर श्री रवि कांत शर्मा जी ने कहा गार्बेज़ को इकट्ठा करने की नई योजना एनजीटी के निर्देशों पर तय हुई है। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर गार्बेज इकट्ठा करने वालों को 3 साल से एनजीटी की इस योजना के बारे में अवगत करा दिया गया था। और इस संदर्भ में गार्बेज कलेक्टर कोई ठोस प्रस्ताव लेकर नहीं आए लेकिन नगर निगम ने फिर भी प्रदर्शन करने वाले गार्बेज कलेक्टर्स की अधिकतम मांगों को मान लिया।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि मौजूदा स्थिति में कूड़ा उठाने वाले सभी स्वयं को नगर निगम के साथ पंजीकृत करें और उनको काम पर रखा जाएगा। और साथ ही कहा कि जितना पैसा भी अभी ले रहे हैं उसमें कोई कटौती नहीं की जाएगी। हमने इनको कूड़ा स्वयं बेचने तक की रजामंदी जाहिर कर दी है। उन्होंने अपने वक्तव्य के अंत में कहा कि चंडीगढ़ के नागरिकों और गार्बेज कलेक्टरों को एनजीटी के निर्देशों को समझते हुए इस नई योजना का हिस्सेदार बनना चाहिए।