नाडा गांव नजदीक नया गांव निवासी फिटनेस कोच देवराज ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब होकर पंजाब पुलिस के एसएचओ, डीएसपी ,एस एस पी की ज्यादतियों के बारे में बयान किया उन्होंने बताया कि 22 अक्टूबर को जब वह जिम से वापस अपने घर जा रहे थे तो रास्ते में नाडा पुल पर पुलिस नाका लगा हुआ था जहां उन्हें रोका गया व बिना हेलमेट के साथ-साथ आरसी दिखाने के बावजूद बिना आरसी का चालान कर दिया गया, एतराज जताने पर देवराज को बताया गया कि नाडा गांव वालों की हवा बहुत खराब है और उन की हवा टाइट करनी पड़ेगी।
जब देव राज ने कहा कि जो डॉक्यूमेंट वो दिखा रहे हैं तो उसका चालान क्यों लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी गई और इस मौके पर जगजीत सिंह एस एच ओ आ गए और उन्होंने आते ही मां की गाली निकालने शुरू कर दी शुरू कर दिया जिस पर देवराज ने वीडियो बनाने की कोशिश की और जैसे ही उन्होंने मोबाइल निकाल कर वीडियो बनानी शुरू की तो उन्हें गाल पर थप्पड़ मारते हुए गाली गलौज शुरू कर दिया व मोबाइल , चालान व आर सी भी छीन ली गई व फिर गालियां निकालते हुए कहा कि नाडा गांव वालों की हवा बहुत खराब है तुम्हें बताएंगे कि पुलिस से पंगा लेने का क्या अंजाम होता है और उन्होंने अपने साथियों को कहा कि इस को जीप में डालो और उन्हें एक और चालान कर दिया गया और हिरासत में ले लिया गया और फिर थाने में ले जाकर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया और बार-बार मां की गाली देते रहें और खूब पिटाई करने के बाद उन्हें डीएसपी के सामने पेश किया गया जिन्होंने फिर से कहा कि अभी इसकी सेवा कम हुई है और सेवा की जाए और उन्हें और अमानवीय तरीके से सारे शरीर पर जख्म कर दिए गए और कई बार तो मार कहते कहते बेहोश हो गए लेकिन इस हालत में दवाई दिलाना तो दूर पानी देने से भी पुलिस वाले गुरेज करते रहे।
अगले दिन सुबह जब उन्हें आपके कोर्ट में पेश किया गया तो जज साहिब ने दरियादिली दिखाते हुए अपने नायब कोर्ट को इनका मेडिकल करवाने के लिए कहा व जब मेडिकल कराने पर हालत इतनी खराब दिखी तो उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया
अगले दिन जब देवराज ने एसएसपी मोहाली से इंसाफ की गुजारिश की तो उन्होंने कहा कि मेरे पास शिकायत आ गई है हम कार्रवाई करेंगे और उसके बाद देव राज ने एसएसपी को ई मेल भी की और उनसे ऊपर के अधिकारियों से भी मिलने का समय मांगा लेकिन कोई समय नहीं दिया गया तो अब देवराज की गुजारिश है पंजाब सरकार से की है पूरे गांव की रंजिश उन पर निकाली जा रही है और एक छोटी सी गलती की सजा पुलिस प्रताड़ना से मिल रही है , उनकी अपील है कैप्टन अमरिंदर सिंह से वो तो मरते मरते बचे है अब उन्हें या तो इंसाफ दिया जाए या फिर वह उनके घर के बाहर धरना करने को मजबूर हो जाएंगे।