मोदी सरकार के तीन काले कानूनों की निन्दा करते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा
चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हरियाणा के राज्यपाल को महामहिम राष्टपति के लिए एक ज्ञापन सौंपा जिसमें मोदी सरकार के तीन काले कानूनों की निन्दा की गई है। ज्ञापन में मांग की गई है कि महामहिम अपने पद की गरिमा के प्रभाव से भाजपा सरकार को कृषि विरोधी काले कानूनों को निरस्त करने के लिए कार्यवाही करें क्योंकि इन काले कानूनों के कारण किसान, श्रमिक तथा आढ़ती बर्बाद हो जायेंगे। ज्ञापन में यह कहा गया है कि कृषि उपज के क्रय-विक्रय के लिए मंडी व्यवस्था को समाप्त करने से कृषि उपज का व्यापार बिल्कुल नष्ट हो जायेगा और देश के लिए इसके परिणाम भयावह होंगे। ज्ञापन देने वाले प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में हरियाणा में पार्टी मामलों के प्रभारी श्री विवेक बंसल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री तथा विपक्ष के नेता चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, विधायक श्रीमती किरण चौधरी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री वीरेन्द्र राठौर, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, विधायक श्रीमती शैली चौधरी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के राजनैतिक सचिव चौ. रामकिशन गुज्जर शामिल थे।ज्ञापन देने के बाद श्री विवेक बंसल, कुमारी सैलजा और चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने मीडिया को बताया कि राज्यपाल ने उनकी बात ध्यान से सुनी। श्री बंसल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीन काले कानूनों को रद्द करने की मांग पर जोर देती रहेगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि अब पार्टी 02 अक्तूबर को किसान मजदूर बचाओ सम्मेलन का आयोजन करेगी। चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इन तीन काले कानूनों से किसानों, मजदूरों और आढ़तियों की रोजी-रोटी छिन जायेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समस्या का समाधान यही है कि मोदी सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए कानूनी व्यवस्था करे।ज्ञापन देने के लिए राज भवन की ओर प्रस्थान करने से पूर्व प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हरियाणा में पार्टी मामलों के प्रभारी श्री विवेक बंसल की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया।विवेक बंसल और कुमारी सैलजा के नेतृत्व में सैंकड़ों पार्टी नेता और कार्यकत्र्ता राज भवन की ओर पैदल मार्च करने लगे तो थोड़ी दूर ही चंडीगढ़ पुलिस ने उनको रोक लिया और केवल कुछ नेताओं को ही राज भवन की ओर जाने दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने का जब कांग्रेस नेताओं और कार्यकत्र्ताओं विरोध किया और नारे लगाने शुरू किए तो उन्हें हिरासत कर लिया गया।बैठक को संबोधित करते हुए श्री विवेक बंसल ने पार्टी नेताओं और कार्यकत्र्ताओं से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के दिशा-निर्देशानुसार मोदी सरकार के तीन काले कानूनों के विरूद्ध जोरदार रोष व्यक्त करें। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ये तीनों काले कानून संविधान की सभी मर्यादाओं को ताक पर रखख् कर धोखाधड़ी से संसद में पास करवाये हैं और अब ये जबरदस्ती लोगों पर थोपे जा रहे हैं।
श्री बंसल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 02 अक्तूबर, 2020 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लालबहादुर शास्त्री के जन्मदिन पर हरियाणा के समस्त विधान सभा क्षेत्रों तथा जिला मुख्यालयों पर किसान सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी सांसद, विधायक तथा अन्य वरिष्ठ नेता इन सम्मेलनों अपने-अपने क्षेत्रों में अवश्य नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि 02 अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक पार्टी नेता तथा कार्यकत्र्ता इन काले कानूनों के विरोध में किसानों तथा अन्य वर्गों के लोगों से हस्ताक्षर एकत्र करेंगे और हस्ताक्षरों के ये दस्तावेज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भेजे जायेंगे।इस अवसर पर बोलते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार का ये काले कानून लाने से प्रारंभ से ही विरोध किया है। कांग्रेस पार्टी ने ये तीन काले अध्यादेश जारी करने, राज्य सभा में में धोखाधड़ी से पास करवाने और बाद में राष्ट्रपति द्वारा इन पर हस्ताक्षर करने के समय डटकर विरोध किया था परंतु मोदी सरकार ने इन काले कानूनों को जबरदस्ती लागू कर दिया। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों, मजदूरों और आढ़तियों के लिए अत्यावश्यक है परंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार धक्के से कृषि मंडी उपज कानून समाप्त करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार में इस कानून की समाप्ति से जो तबाही हुई है उसके कारण वहां के किसान अपने ही खेतों में बंधुआ मजदूर बन कर रह गए हैं और उनमें से बहुत से किसान दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए पलायन कर गए हैं। कुमारी सैलजा ने जोर देकर कहा कि पार्टी मोदी सरकार की किसानों के विरूद्ध की जा रही ज्यादतियों के खिलाफ डटकर लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि कृषि उपज के वाजिब मूल्य सुनिश्चित करने के लिए मंडी कानून बनाने की विधि श्रीमती इंदिरा गांधी के समय हुई थी जिसे बाद में कांग्रेस सरकारों ने आगे बढ़ाया था और अब श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी इसकि जोरदार पक्षधर हैं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अपने नेताओं की इस धारणा को कार्यन्वित करने के लिए पूरी लगन से काम करेगी।बैठक को विधायक श्रीमती किरण चौधरी, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री वीरेन्द्र राठौर, विधायक श्री वरूण मुलाना, पूर्व सांसद श्री सुशील इंदौरा , पूर्व मंत्री श्री सुभाष बत्रा, पूर्व विधायक श्री आनंद सिंह डांगी व श्री बंता राम बाल्मीकि और पिछले विधान सभा चुनावों में पार्टी उम्मीदवार सरदार तरलोचन सिंह ने भी संबोधित किया।बैठक में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह को आज उनके जन्मदिन के अवसर पर श्रद्धापूर्वक याद किया।