Chandigarh Today

Dear Friends, Chandigarh Today launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards http://chandigarhtoday.org

Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में हमारी प्रतिभाएं अग्रणी: नवीन गोयल

0
108

कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में हमारी प्रतिभाएं अग्रणी: नवीन गोयल

-सेक्टर-12 माधव भवन में हुआ सोलो डांस कंपीटिशन
-लकी-7 डांसिंग स्टार के साथ मिल हरियाणा कला परिषद ने किया आयोजन

गुरुग्राम। समाजसेवी एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला सचिव नवीन गोयल ने शनिवार को यहां सेक्टर-12 में एवीआर स्कूल ऑफ ड्रामा की ओर से आयोजित सोलो डांस कंपीटिशन में पहुंचकर प्रतिभागियों का हौंसला बढ़ाया। उन्होंने यहां अपनी प्रतिभा दिखा रहे बच्चों को जीवन में कला और संस्कृति के वाहक बनने का संदेश दिया।

नवीन गोयल ने कहा कि हरियाणा और खासकर गुरुग्राम में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यहां नन्हें बच्चों से लेकर युवाओं में टैलेंट भरा है। शहर के टैलेंट को उभारने में हरियाणा कला परिषद के अध्यक्ष संजय भसीन का अहम योगदान है। पूर्व में भी वे कला को ना केवल जिंदा रखने के लिए बल्कि कला को उच्च स्तर तक ले जाने के लिए उन्होंने काम किया। अब हरियाणा सरकार द्वारा दी गई जिम्मेदारी को भी वे बखूबी निभा रहे हैं। वे कलाकारों की कला को तराशने के लिए वर्षों से जुटे हैं। टैलेंट को चमका रहे हंै। उन्होंने यहां अपनी प्रतिभा दिखा रहे बच्चों, युवाओं से कहा कि किसी भी क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करें। उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए दिल से मेहनत करके आगे बढ़ें। कोई भी बाधा लक्ष्य में नहीं आ सकती। हमारी मेहनत में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने हरियाणा समेत भारत देश के हुनरमंदों का सम्मान करते हुए कहा कि हमारे इन युवाओं ने विदेशों में नाम कमाया है। बेशक बाहर के देशों में टैलेंट हो, लेकिन वह टैलेंट हमारा ही है। हमारे टैलेंट पर ही विदेशी इतराते हैं। वे बड़े देश हमारी शक्ति से ही बड़े हैं। नवीन गोयल ने कहा कि हमारे यहां तो तालाब में नहाते हुए भी तैराकी का टैलेंट पैदा हो जाता है। इसलिए कोई मौका गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने अंत में कहा कि जीवन में सफलता, असफलता से ना घबराएं। दोनों ही परिस्थिति में कुछ नया सीखा जा सकता है। भागीदारी जरूर रखें। कोरोना ने हमें प्रभावित जरूर किया, लेकिन आज हम फिर से उठ खड़े हुए हैं। नृत्य सिर्फ एक कला, विधा नहीं, बल्कि यह खुद का तंदुरुस्त रखने का माध्यम भी है। उनकी और उनकी संस्था कैनविन फाउंडेशन की ओर से जो भी कला को निखारने में जरूरत होगी, वे इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में कोरियोग्राफर सरोज खान को भी श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर हरियाणा कला परिषद के अध्यक्ष संजय भसीन, पूर्व डिप्टी मेयर परमिंदर कटारिया, पूर्व पार्षद एडवोकेट दलीप साहनी, समाजसेवी पंकज डावर, नरेश सहरावत, प्राचार्या निर्मल यादव, साहित्यकार मदन साहनी मौजूद रहे।