दिल्ली में बिजली कंपनियों द्वारा लुटा गया फिक्स चार्ज व सरचार्ज उपभोक्ता को वापिस किया जाना चाहिए : हर्ष बंधु भागी
नई दिल्ली
गैर सरकारी संगठन दिल्ली के राजा के संरक्षक एवं रमेश नगर के समाजसेवी हर्ष बंधु भागी ने दिल्ली सरकार की मदद लेकर बिजली कंपनियों द्वारा लगाए गए फिक्स चार्ज के माध्यम से जनता को लूटने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल सरकार को जनविरोधी करार दिया है। हर्ष बंधु भागी ने बिजली कंपनियों को जनता को लूटने का दोषी मानते हुए कहा कि आप बिजली के बिल को देख लो तो चक्कर आने लगेंगे। उन्होंने टाटा पॉवर लिमिटेड का बिल दिखाते हुए कहा कि 4 रूपए यूनिट के हिसाब से चार्ज के साथ 250 रूपए स्थायी फिक्स चार्ज लगाया गया है जो सरासर गलत है यानि उपभोक्ता बिजली का प्रयोग करे या ना करे बिजली कंपनी उससे फिक्स चार्ज वसूल करेंगी ही। दूसरी लूट पर ध्यान दिलाते हुए हर्ष बंधु भागी ने कहा कि ऊर्जा शुल्क लिया जा रहा जिसका उपभोक्ता 8. 50 पैसे कमर्शियल रेट वसूला जा रहा है। तीसरी लूट के बारे बताते हुए उन्होंने कहा कि पॉवर परचेज कॉस्ट एडजस्मेंट चार्ज (पीपीएसी) को फिक्स चार्ज पर शुक्ल लगा दिया गया। इसके साथ ही एनर्जी यानि ऊर्जा चार्ज के साथ भी पीपीएसी चार्ज को जोड़कर वसूली की जा रही है। अभी बिजली कंपनियों की लूट यहीं खत्म नहीं होती बिजली कंपनियां डिफ्रेंशियल पीपीएसी और एनर्जी चार्ज पर भी सरचार्ज वसूल कर रही है। हर्ष बंधु भागी ने दिल्ली सरकार की बिजली के बढे बिलों और मनमानी वसूली पर चुप्पी पर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बिना सरकार की परमिशन के यह लूट का खेल नहीं हो सकता केजरीवाल सरकार निजी बिजली कंपनियों का ऑडिट कराने की बजाये फिक्स चार्ज के नाम पर जनता को लूटने की मौन स्वीकृति दे रही है। हर्ष बंधु भागी ने कहा की लूट यहीं थम जाती तो गनीमत होती लेकिन टाटा पॉवर लिमिटेड ने पेंशन ट्रस्ट सरचार्ज फिक्स चार्ज और ऊर्जा शुल्क पर लगा दियाइसके बाद बिजली कर 5 प्रतिशत की दर से अलग से वसूला जा रहा है यह महालूट बंद होनी चाहिए और बिजली कंपनियों द्वारा वसूला गया फिक्स और सरचार्ज उपभोक्ता को वापिस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा की दिल्ली सरकार का दोहरा चरित्र और चेहरा जनता जान चुकी है आने वाले दिन में इस महालूट का जवाब जनता जरूर देगी।