- चंडीगढ़ में जहां होते थे ज्यादा हादसे, वहां ट्रैफिक पुलिस ने लगाए हैं स्पीड रडार डिस्प्ले बोर्ड
दैनिक भास्कर
May 20, 2020, 07:29 AM IST
चंडीगढ़. (अभिषेक धीमान) दो महीने में हादसे में मौत के आंकड़ों में कमी है। इसके दो कारण हैं, एक तो लॉकडाउन, दूसरा स्पीड रडार डिस्प्ले बोर्ड। पुलिस ने शहर में 6 जगहों को पहचान की थी, जहां ज्यादा हादसे होते हैं। इसलिए पुलिस ने इन्हीं जगहों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाए। इसका असर भी हुआ। चालान के डर से गाड़ियों की स्पीड भी कम हुई और हादसे भी। हादसे कम होने का कारण लॉकडाउन भी रहा, क्योंकि ज्यादातर गाड़ियों घरों में ही खड़ी थीं। अब गाड़ियां सड़कों पर दौड़ने लगी हैं, तो पुलिस ने भी इनकी स्पीड पर नजर रखनी शुरू कर दी है।
अभी नहीं हुए हैं चालान शुरू
15 जनवरी 2020 को स्पीड रडार डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए थे। इसके बाद से ट्रैफिक पुलिस लोगों को इन बोर्ड के संबंध में अवेयर कर रही है। अभी इनमें कैमरे लगाए जाने हैं। कैमरे लगने के बाद लोगों के चालान होने शुरू हो जाएंगे। चालान टीवीआईएस सिस्टम के माध्यम से आपके घर तक पहुंचेगा। यदि चालान को भुगतते नहीं हैं तो आपकी गाड़ी ट्रांसफर नहीं हो सकेगी।
80 मीटर पहले कर सकते हैं स्पीड स्लो
स्पीड रडार सड़क पर 80 मीटर तक किसी गाड़ी की रफ्तार कवर करता है। यदि रडार से 80 मीटर पहले व्हीकल की रफ्तार कम हो जाए तो चालान नहीं कटेगा।
साढ़े 12 लाख की लागत से खरीदे थे डिस्प्ले बोर्ड
ट्रैफिक पुलिस ने दिसंबर महीने में टेस्ट करने के बाद 12 लाख 59 हजार रुपए की लागत से 6 डिस्प्ले बोर्ड खरीदे थे। हर बोर्ड पर लागत 1 लाख 77 हजार रुपए आई थी। जिसके बाद पुलिस ने 6 जगहों को आइडेंटिफाई किया था, जिसमें यह बोर्ड लगाए गए थे।