- हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति की ओर से रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू करने की दी गई मंजूरी
दैनिक भास्कर
Apr 29, 2020, 06:59 AM IST
रोहतक. (विवेक मिश्र) कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आए मरीजों पर अब पीजीआई मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन, पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन और माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग की जॉइंट टीम रिसर्च करेगी। इस रिसर्च प्रोजेक्ट में मेवात के शहीद हसन खान मेवाती सरकारी मेडिकल कॉलेज, ईएसआईसी फरीदाबाद और पीजीआई रोहतक में आए कोरोना पॉजीटिव मरीजों पर शोध करने का प्लान तैयार किया गया है। ये टीम इस रिसर्च प्लान में कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित मरीजाें की हिस्ट्री पर अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। फिर इसे पंडित भगवत दयाल शर्मा हेल्थ साइंसेज यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ. ओपी कालरा के जरिए आईसीएमआर को भेजी जाएगी। इससे भविष्य में आने वाले मरीजों को आसान इलाज उपलब्ध कराने का रास्ता तलाश किया जाएगा।
ये टीम करेगी काम
माइक्राेबॉयाेलॉजी विभाग के डाॅक्टर ने बताया कि कुलपति डॉ. कालरा की ओर से रिसर्च प्रोजेक्ट को शुरू करने की अनुमति मिली है। मेडिसिन के एचओडी व सीनियर प्रोफेसर डॉ. वीके कत्याल, पीसीसीएम डिपार्टमेंट के एचओडी सीनियर प्रोफेसर व स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी व माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के एचओडी की जा टीम जल्द इसपर काम शुरू करेगी। मेवात के मेडिकल कॉलेज में सर्वाधिक 57 और पीजीआई मेडिकल कॉलेज में पॉजीटिव 4 मरीजों की हिस्ट्री जुटाई है।
रिसर्च में इन बिंदुओं पर रहेगा फोकस
- मरीज की ट्रैवल व कांटेक्ट हिस्ट्री
- संक्रमण बढ़ना कैसे शुरू हुआ
- पॉजीटिव मिलने पर इलाज के दौरान रिकवर कैसे हुआ
- संक्रमण लेवल किस स्तर का रहा
- इम्युनिटी सिस्टम पर फोकस
- मरीज 14 दिन में रिजल्ट रिकवर करने का या डेथ होने का
मेडिकल कॉलेज में कुल टेस्ट व कितने केस मिले