- अरूण कुमार ने आईपीएल में पंजाब और बेंगलुरु टीम के साथ काम किया है, इसके अलावा हैदराबाद के भी कोच रहे हैं
- अमेरिकी टीम का कोच नियुक्त होने पर उन्होंने कहा- मुझे बेहतर टीमों के खिलाफ अपनी काबिलियत जांचने का मौका मिलेगा
दैनिक भास्कर
Apr 29, 2020, 09:12 AM IST
कर्नाटक के पूर्व कोच जे. अरूण कुमार अमेरिकी क्रिकेट टीम के हेड कोच नियुक्त किए गए हैं। उनका करार दो साल का होगा। वे बतौर खिलाड़ी और कोच कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी जीतने का कारनामा कर चुके हैं। इसके अलावा वे हैदराबाद और पुडुचेरी क्रिकेट टीम के भी कोच रह चुके हैं।
यूएसए क्रिकेट के सीईओ इयान हिगिंग्स ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अरूण कुमार हमारे साथ जुड़ गए हैं। वे स्थायी तौर पर अमेरिका में ही रहेंगे। जैसे ही उनका वर्किंग वीजा मंजूर हो जाएगा, वे टीम के साथ जुड़ जाएंगे। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अरूण पिछले महीने ही अमेरिका गए थे। यहां उन्होंने ह्यूस्टन में टीम के खिलाड़ियों, सिलेक्टर्स और सपोर्ट स्टाफ से मुलाकात भी की थी।
यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट
अरूण भी यह जिम्मेदारी संभालने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट है। मैं हमेशा से ही चुनौतियां पसंद करता हूं और इस बार मुझे बड़ी और बेहतर टीमों के खिलाफ अपनी काबिलियत जांचने का मौका मिलेगा। मैं अमेरिकी खिलाड़ियों के साथ काम करने को तैयार हूं। मेरी कोशिश होगी कि इन दो सालों में देश के क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाऊं। मेरा एक ही मिशन होगा कि अलग-अलग संस्कृति से आए खिलाड़ियों को एकजुट करूं और यह सुनिश्चित करूं कि यह सभी बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छी क्रिकेट खेलें।
‘अमेरिकी टीम के साथ वर्चुअल ट्रेनिंग शुरू की’
लॉकडाउन की वजह से अरूण को अब तक वीजा नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने वर्चुअल ट्रेनिंग अभी से शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में हम मैदान पर कुछ नहीं कर सकते। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम शुरुआत नहीं कर सकते। मैं वीडियो कॉल के जरिए खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सम्पर्क में हूं। हम बल्लेबाजों और गेंदबाजों के खेल के बारे में ऑनलाइन समीक्षा कर रहे हैं।
आईपीएल का अनुभव मेरा काम आएगा: अरूण कुमार
अरूण कुमार आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ भी काम कर चुके हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि उनका यह अनुभव अमेरिकी टीम के साथ काम करने में मदद करेगा। क्योंकि इस टीम में भी ज्यादातर खिलाड़ी भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के हैं। ऐसे में आईपीएल का अनुभव इनसे तालमेल बैठाने में मदद करेगा।