- हिमा दास ने क्रिकेटर सुरैश रैना से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान अपने शुरुआती दिनों के संघर्ष से जुड़ी कहानी सुनाई
- वे अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं, उन्होंने 2018 में फिनलैंड में हुई अंडर-20 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 400 मीटर में गोल्ड जीता था
दैनिक भास्कर
Apr 27, 2020, 07:38 AM IST
भारतीय एथलीट हिमा दास ने रविवार को खुलासा किया कि करियर के शुरुआती दौर में वे साधारण जूतों पर अपने हाथों से एडिडास लिखती थीं। लेकिन अब कंपनी खुद उनकी जरूरत के हिसाब से जूते तैयार करती है, जिस पर उनका नाम लिखा होता है। हिमा ने क्रिकेटर सुरेश रैना से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में मैं नंगे पांव दौड़ती थी। जब पहली बार नेशनल्स में हिस्सा ले रही थी, तब पिता मेरे लिए साधारण स्पाइक्स वाले जूते लाए थे। इन जूतों पर मैंने खुद हाथ से एडिडास लिख दिया था। आप कभी नहीं जानते कि भविष्य में भाग्य कैसा होगा, आज यही ब्रांड मेरे नाम के जूते बनाता है।
हिमा अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय
हिमा ने फिनलैंड में 2018 में हुई अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था। वे अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं। इसके बाद जर्मनी की जूते बनाने वाली कंपनी ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। कंपनी ने उनकी जरूरत के हिसाब से जूते बनाए, जिसमें एक तरफ उनका नाम और दूसरी तरफ ‘इतिहास रचें’ लिखा है।
Thank you @ImRaina bhaiya for a wonderful motivational live session on Instagram today. It was a great learning experience while interacting with you. Alongwith your batting and fielding now I am a big fan of your singing too.👌🙌🏻🙌🏻 pic.twitter.com/xt7YIaBhJG
— Hima MON JAI (@HimaDas8) April 26, 2020
2018 एशियन गेम्स के बाद लोगों की एथलेटिक्स में रुचि बढ़ी
बीस साल की इस एथलीट ने रैना से बातचीत के दौरान कहा कि इंडोनेशिया में हुए 2018 एशियन गेम्स के बाद लोगों में एथलेटिक्स को लेकर रूचि बढ़ी है। इन खेलों में हिमा ने 400 मीटर रेस में सिल्वर जीतने के अलावा महिलाओं की 400 मीटर रिले और 400 मीटर मिक्स्ड रिले में भी गोल्ड जीता था। उनके मुताबिक, अब फैंस बार-बार आपका नाम पुकारते हैं। इससे आपको प्रेरणा मिलती है।
हिमा लॉकडाउन में फिटनेस पर काम कर रहीं
हिमा फिलहाल पाटियाला के नेशनल स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट (एनआईएस) में हैं और खुद को फिट रखने में जुटी हैं। ताकि लॉकडाउन खत्म होने पर ट्रैक पर लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। अपनी तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन को सकारात्मक रूप से ले रही हूं। हमें मैदान पर जाने की इजाजत नहीं है। इसलिए मैं अपने कमरे में ही वर्कआउट करती हूं। मैं योगा करती हूं ताकि शरीर में खून का संचार अच्छा बना रहे। साथ ही डाइट का भी खास ध्यान रख रही हूं। मैं इस दौरान ज्यादा फल खा रही हूं। मैं अपनी चोट से पूरी तरह उबर चुकी हूं और अब फिट हूं। बस यही सोच रही हूं कि खुद को फिट रखना है, ताकि लॉकडाउन हटते ही ओलिंपिक की तैयारियों में जुट जाऊं।
सचिन से पहली बार मिलने पर आंसू निकल आए थे
हिमा ने लाइव चैट के दौरान रैना को सचिन तेंदुलकर से हुई पहली मुलाकात के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सचिन मेरे रोल मॉडल रहे हैं। मुझे आज भी याद है जब मैंने उन्हें देखा तो रोने लग गई। मेरे लिए यह जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था। अपने रोल मॉडल से मिलना हर किसी के लिए बड़ा खास होता है।