दैनिक भास्कर
Apr 22, 2020, 06:27 PM IST
बिगड़ती अर्थव्यवस्था में दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी ने पिछले हफ्ते नया आईफोन लॉन्च किया, यूएस में इसकी शुरुआती कीमत $399 (लगभग 31 हजार रुपए) है। इसकी कम कीमत सुनने में यह काफी बढ़िया लगती है लेकिन महामारी के इस समय में एक गैजेट ऐसा भी है जो आईफोन से भी काफी बेहतर है और वो है आईपैड। कंपनी ने पिछले साल ही टैबलेट कम्प्यूटर के नए एंट्री लेवल मॉडल को पेश किया था, जिसकी शुरुआती कीमत $329 यानी करीब 25 हजार रुपए के लगभग है। यह उस समय काफी सुर्खियों में आया जब सितंबर में कंपनी ने अपने प्रोडक्ट इवेंट में 55 हजार से 85 हजार कीमत वाले नए आईफोन को शोकेस किए। आईपैड को हमेशा से ही ऑप्शनल एक्सेसरीज डिवाइस के तौर पर पहचाना जाता है, जो कम्प्यूटर और स्मार्टफोन के अल्टरनेट के तौर पर भी जाना जाता है।
महामारी के इस समय में आईपैड को दोबारा याद करने की जरूरत है। बात अगर कम्प्यूटिंग डिवाइस, कम्युनिकेशन टूल्स, एंटरटेनमेंट और इंटरनेट कनेक्शन की हो तो आईपैड इन सभी बातों में स्मार्टफोन से कही ज्यादा बेहतर है।
किसी भी आईफोन से बड़ी स्क्रीन से लैस आईपैड वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के लिए भी बढ़िया है, इस पर फेसटाइम और जूम जैसे ऐप अच्छा से काम करते हैं। वहीं बात अगर नेटफ्लिक्स और यूट्यूब पर मूवी या वेब सीरीज देखने की हो तो भी आईपैड अच्छा ऑप्शन है। बड़ी स्क्रीन के बदौलत इसमें मूवी देखने को बेहतर अनुभव मिलता है। वहीं अगर कीबोर्ड से जोड़ लिया जाए तो यह एक बेहतरीन कम्प्यूटर या लैपटॉप का काम भी बखूबी करता है, जिसमें वेब ब्राउजिंग, ईमेल राइटिंग और डॉक्यूमेंट कम्पोजिंग जैसे काम आसानी से किए जा सकते हैं। यह सभी सुविधाएं सिर्फ रेगुलर आईफोन से आधी कीमत में मिल रही है।
तो अगर एपल ने बेहतर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर से लैस नया आईफोन लॉन्च कर भी दिया, जिसमें बेहतरीन फोटोग्राफी भी की जा सकती है, तो फिलहाल इसे खरीदने का न तो यह सही समय है न ही कोई फायदा नहीं है क्योंकि जब घर से बाहर ही निकलना है, तो बेहतरीन कैमरे का क्या करेंगे।
इस समय किसी गैजेट को खरीदने की सलाह देना काफी मुश्किल है। लेकिन अगर आपका मौजूदा गैजेट आपकी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है और अपने नए गैजेट खरीदने में पैसे लगाना चाहते हैं तो आईपैड को खरीदना फायदें का सौदा साबित हो सकता है।
जानें क्यों इसे खरीदना है फायदेमंद
- महामारी की वजह के दुनिया के कई हिस्सों को लॉकडाउन कर दिया गया। ऐसे में वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जरूरत पड़े तो बड़े डिस्प्ले की बदौलत इसमें बेहतर व्यू मिलता है। यह बात मूवी और गेमिंग के लिए भी लागू होती है। यही काम लैपटॉप से भी किया जा सकता है लेकिन उसमें पावर की खपत ज्यादा होती है।
- सिक्योरिटी शोधकर्ताओं की माने तो पॉपुलर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम में भी लैपटॉप और कम्प्यूटर के संदर्भ में कई खामियां पाई गई लेकिन मोबाइल डिवाइस जैसे आईपैड के संदर्भ में ऐसी कोई खामी नहीं मिली।
- आईपैड में वीडियो कॉल्स का बेहतर अनुभव तो मिलता ही है। लैपटॉप की तुलना में इसमें लंबा बैटरी बैकअप मिलता है। स्मार्टफोन की तुलना में टैबलेट में बड़ी स्क्रीन मिलती है और इसे आसानी से प्रोटेक्टिव कवर से ढका जा सकता है।
- रीडिंग के शौकीन है और रोजाना बुक्स या कॉमिक्स पढ़कर समय गुजार रहे हैं, तो भी फोन की तुलना में आईपैड काफी बेहतर है। इसमें आसानी से डिजिटल बुक्स को पढ़ा जा सकता है और सुविधानुसार चीजों को जूम इन और आउट किया जा सकता है। पढ़ते समय पर्याप्त रोशनी के लिए अलग से लैंप की भी जरूरत नहीं पड़ती।