दैनिक भास्कर
Apr 22, 2020, 08:04 AM IST
साेनीपत. आवश्यकता अविष्कार की जननी है। इसकी नई मिसाल इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन में एमटेक प्रोफेसर जोगेंद्र सिंह ने दी है। उन्होंने मात्र 1200 रुपए लागत से ऑटोमेटिक सेंसर युक्त हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर तैयार किया है। सिविल अस्पताल में पहला लगाया गया। डीसी डॉ. अंशज सिंह को भी इसे दिखा तो उन्होंने काफी सराहना की। अब नगर निगम अधिकारियों ने इसे बनवाने के लिए ऑर्डर दिए हैं। प्रोफेसर जोगेंद्र सिंह ने कहा कि वे चैरिटी के तौर पर अपने इन मॉडल को लागत कीमत पर ही तैयार करके दे रहे हैं।
गेटवे शिक्षण संस्थान के कार्यरत प्रोफेसर जोगेंद्र सिंह ने बताया कि यह महामारी का दौर है और अपने स्तर पर सबको सहयोग के लिए आगे आना है। मेक इन इंडिया भी यही है। बड़ी बड़ी कंपनियों इस तरह के सेनेटाइजर डिस्पेंसर को हजारों रुपए में बेचती हैं जबकि यह काम लागत पर तैयार कर इस्तेमाल हो सकता है। इसमें प्लाई बॉक्स में सेंसर, सेनेटाइजर रखने का बॉक्स, पाइप और नाममात्र बिजली वॉल्ट से चलने वाली मशीन लगी है। प्रोफेसर जोगेंद्र सिंह उपकरण को ऑटोमेटिक बनाने की योग्यता रखते हैं। इससे पहले ऑटोमेटिक और बटन मोड पर चलने वाला डिस इन्फेक्टेंट टनल तैयार किए हैं। इससे 30 सेकेंड में व्यक्ति इसके अंदर से गुजरकर पूरी बॉडी को सैनिटाइज कर सकता है।