- ओपीडी में संदिग्ध मरीजों की बढ़ रही है संख्या
दैनिक भास्कर
Apr 21, 2020, 07:13 AM IST
करनाल. करनाल जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है कि पिछले 9 दिनों से करनाल में कोई भी कोरोना का पॉजिटिव केस नहीं आया है। अगले 5 दिनों तक कोई पॉजिटिव केस नहीं आया तो करनाल जिला रेड जोन से बाहर निकल सकता है। अब तक करनाल नगर निगम और घरौंडा क्षेत्र में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिले हैं। करनाल में 6 पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें से पांच ठीक होकर घर चले गए हैं। रसीन के ज्ञान सिंह की मौत हो चुकी है। ज्ञान सिंह के बेटे की भी निगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है। स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर लोगों की स्क्रीनिंग जांच कर रहा है।
जो भी संदिग्ध मरीज सामने आ रहा है उसे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में लाकर जांच की जा रही है। जिस भी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उसके सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। कोरोना ओपीडी में करीब 150 मरीज प्रतिदिन चेकअप करवाने आ रहे हैं। ज्यादातर मरीजों को खांसी और जुकाम की दिक्कत होती है। ऐसे मरीजों को दवाई देकर वापस भेज दिया जाता है।
55 मरीजों की आज आएगी जांच रिपोर्ट : डीसी
डीसी ने बताया कि जिले में कोरोना के संदिग्ध कुल 639 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए। इनमें से 578 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 55 की रिपोर्ट आना शेष है। जिले में अब तक 6 पॉजिटिव केस पाए गए थे, जिनमें से 5 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं तथा एक मरीज की मृत्यु हो गई थी। सिविल सर्जन डॉ. अश्विनी आहुजा ने कोविड-19 की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया कि जिले में अब तक विदेश से आए यात्रियों की संख्या 1225 हो चुकी है, जिनमें से 1012 व्यक्ति 28 दिन का सर्विलांस समय पूरा कर चुके हैं।
मेडिकल कॉलेज में सामान्य ओपीडी भी हो सकती है शुरू
कोरोना वायरस के चलते मेडिकल कॉलेज को कोविड-19 अस्पताल बना दिया था। यहां पर सामान्य ओपीडी बंद कर डाॅक्टरों का नागरिक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया था, लेकिन अगले पांच दिन कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं आया तो कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में सामान्य ओपीडी शुरू की जा सकती है।
मोबाइल डिस्पेंसरी पहुंच रही है गांव-गांव
प्रशासन ने 23 मोबाइल डिस्पेंसरी चलाई हुई है। प्रतिदिन करीब एक लाख लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। डाॅक्टर गांवों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। लोगों को लॉकडाउन के नियमों के बारे में जागरूक कर रहे हैं।