- बठिंडा में मंडीकलां गांव की वारदात,रिश्तेदार बोले; चूल्हे से लगी आग से जली है
- पुलिस को भाई के बयान पर हुआ शक तो एफआईआर में धारा 302 बढ़ाई
दैनिक भास्कर
Apr 21, 2020, 05:46 AM IST
बठिंडा. गांव मंडी कलां में एक 26 वर्षीय बेटे ने अपनी मां को जिंदा जला दिया। वारदात को अंजाम देने में आरोपी के चाचा ने भी साथ दिया। आरोपी ने पहले इस वारदात को घटना के तौर पर पेश करने की कोशिश की लेकिन मामा को संदेह होने पर दोनों आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने कुलविंदर के बड़े बेटे हरदीप (26) व चाचा अजायब सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने पहले मृतक कुलविंदर कौर के बेटे के बयान पर धारा 174 के तहत कार्रवाई कर दी थी, जिसमें इसे एक घटना बताया गया था।
मगर मृतक कुलविंदर कौर के भाई राजा सिंह के पुलिस को दिए बयान के बाद उन्हें शक हुआ। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि कुलविंदर कौर को खाना बनाते समय चूल्हे से आग नहीं लगी बल्कि उसे उसके ही बेटे हरदीप गग्गू व देवर अजायब सिंह ने मिलकर जलाया था। पुलिस ने एफआईआर में धारा 302 की बढ़ोतरी कर दोनों आरोपियों को नामजद कर लिया है।
रिश्तेदारों से कहा- चूल्हे पर खाना बनाते समय आग लगी, अस्पताल ले जा रहे हैं
थाना बालियांवाली की पुलिस को दी शिकायत में राजा सिंह वासी चांदपुरा थाना जाखल ने बताया कि 17 अप्रैल को उसके सबसे बड़े भांजे हरदीप का फोन आया कि उसकी मां को चूल्हे पर खाना बनाते समय आग लग गई है, जिसे अस्पताल लेकर जा रहे हैं। अगले दिन जब वह फरीदकोट अस्पताल पहुंचा तो उसकी मौत हो चुकी थी।
इस दौरान भांजे हरदीप के व्यवहार पर राजा सिंह को हरदीप पर संदेह हुआ। शिकायतकर्ता ने बताया कि भांजा हरदीप उसकी बहन से अक्सर लड़ाई झगड़ा करता था। इसी कारण एक साजिश के तहत हरदीप व चाचा अजायब ने उसे मिलकर जला दिया है। अपने पर शिकंजा कसता देख दोनों आरोपी फरार हो गए। उसके तीन बच्चों में हरदीप सबसे बड़ा था।