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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

युवराज ने कहा- आईपीएल की मोटी रकम दबाव बढ़ाती है, खराब प्रदर्शन करने पर लोग ताने मारते हैं

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  • युवराज सिंह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं, उन्हें 2015 में दिल्ली ने 16 करोड़ में खरीदा था
  • उन्होंने कहा- आप जब सफलता की सीढ़ी चढ़ लेते हो तो कई लोग होते हैं, जो आपको नीचे खींचने लगते हैं

दैनिक भास्कर

Apr 21, 2020, 08:58 AM IST

नई दिल्ली. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने इंस्टाग्राम पर पूर्व साथी खिलाड़ी मोहम्मद कैफ के साथ लाइव चैट की। इस दौरान उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को लेकर कई खुलासे किए। युवराज ने कहा कि आईपीएल में मिलने वाली मोटी रकम खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ाती है। खिलाड़ी जल्दी आउट हो जाता है या रन नहीं बना पाता तो लोग ताने मारते हैं कि इतना पैसा लेकर भी अच्छा नहीं खेला।

युवराज आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। 2015 में उन्हें दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 16 करोड़ रुपए बोली लगाकर खरीदा था। उस समय युवी ने 14 मैच में सिर्फ 248 रन बनाए थे। युवराज ने अब तक आईपीएल में 132 मैच खेले, जिसमें 24.77 की औसत से 2750 रन बनाए हैं। इतने ही मैच में उन्होंने 29.92 की औसत से 36 विकेट भी लिए हैं।

‘युवा खिलाड़ी टीवी-अखबार से दूर रहें’
युवराज ने कहा, ‘‘आईपीएल में दबाव का कारण मोटी रकम होती है। दबाव का कारण मोटी रकम होती है। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह खिलाड़ी को बदल देती है। आप जब सफलता की सीढ़ी चढ़ लेते हो तो लोग आपको नीचे खींचने लगते हैं। प्वाइंट यह है कि.. दबाव रहता है क्योंकि जब आप आउट हो जाते, अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो लोग कहने लगते हैं कि इसको इतना पैसा मिला और यह अच्छा नहीं कर रहा है। नकारात्मक खबरें ज्यादा बिकती हैं और यह आपको प्रभावित करती हैं। सारे युवाओं को मेरी सलाह है कि टीवी और अखबारों से दूर रहें।’’

युवी ने अच्छा फील्डर बनने की बात बताई
युवराज ने अपनी फील्डिंग को लेकर भी बात की और बताया कि वह कैसे अच्छे फील्डर बने। उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी तेज था, लेकिन फील्डिंग का आइडिया नहीं था। मेरे अपने पहले रणजी मैच में मैं 15-16 साल का था और मैंने खराब फील्डिंग की। अगले दिन अखबार में आर्टिकल आया, जिसमें लिखा था ‘गेटवे ऑफ इंडिया’। मेरे पिताजी ने यह पढ़ा और कहा कि अब मैं देखता हूं कि तू कैसे फील्डिंग नहीं सुधारता। वहां से मैं बेहतर होता चला गया।’’