दैनिक भास्कर
Apr 16, 2020, 07:13 PM IST
फरहान अख्तर ने एक बार फिर अपनी ‘जिंदा हो तुम’ कविता को फेमस कर दिया है। इस बार फरहान ने इसे कोरोना वर्जन का नाम दिया है। यह एडिट की गई पंक्तियां फरहान ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की हैं। वीडियो में फरहान खुद यह कविता पढ़ते नजर आ रहे है। एडिटिंग के बाद इसकी शुरुआत कुछ इस तरह हो रही है- चेहरों पर अपने मास्क पहन रहे हो तो जिंदा हो तुम।
जिंदगी न मिलेगी दोबारा में थीं ये पंक्तियां : ये ओरिजनल कविता साल 2011 में रिलीज हुई फिल्म जिंदगी न मिलेगी दोबारा में भी फरहान ने अपनी आवाज में सुनाई थी। इस फिल्म का डायरेक्शन उनकी बहन जोया अख्तर ने किया था। फिल्म में उनके अलावा ऋतिक रोशन, अभय देओल, कटरीना कैफ, कल्कि भी थीं।
ये थीं असली कविता : दिलों में तुम अपनी बेताबियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम, नज़र में ख़्वाबों की बिजलियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम, हवा के झोंकों के जैसे आजाद रहना सीखो, तुम एक दरिया के जैसे लहरों में बहना सीखो, हर एक लम्हे से तुम मिलो खोले अपनी बाहें, हर एक पल इक नया समां देखें यह निगाहें, जो अपनी आंखों में हैरानियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम, दिलों में तुम अपनी बेताबियां लेके चल रहे हो तो जिंदा हो तुम…।