- रैपिड किट से 15-20 मिनट में आएगी टेस्ट की रिपोर्ट, इसके बाद मरीज की पहचान होगी
- कोरोना की स्टेज जानने के लिए सभी जिलों में होगा सर्वे, इसके बाद स्थिति का रिव्यू होगा
दैनिक भास्कर
Apr 09, 2020, 03:05 AM IST
चंडीगढ़. राज्य में एकाएक कोरोना मरीजों की संख्या में हुए इजाफे के बाद अब सरकार प्रदेश में टेस्टिंग की रफ्तार तेज करेगी। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में रेंडम टेस्टिंग की जाएगी। इसके लिए एक लाख रैपिड टेस्ट किट का ऑर्डर दिया है। यह किट 15 से 20 मिनट में कोरोना के लक्षण बता देगी। इसके बाद मरीज की पहचान की जाएगी। सरकार की ओर से जिन किटों का ऑर्डर दिया है, उनके एक-दो दिन में आने की उम्मीद है। डब्ल्यूएचओ भी कह चुका है कि दूसरे राज्यों की अपेक्षा भारत में टेस्टिंग की प्रक्रिया धीमी है।
प्रदेश में अभी तक करीब ढाई हजार ही सैंपल लिए गए हैं। यह सैंपल भी उन लोगों के हैं, जो बीमार हैं और कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में इन रैपिड टेस्ट किटों के जरिए हर जिले में सर्वे किया जाएगा।
लॉकडाउन बढ़ाने के निर्णय के लिए महत्वपूर्ण होगी
इसकी रिपोर्ट पर काफी हद तक राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने के निर्णय के लिए महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि राज्य सरकार इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रदेश की स्थिति का रिव्यू करेगी। यदि रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव की संख्या का आंकड़ा बढ़ता है तो शायद सरकार लॉकडाउन का समय और बढ़ा सकती है या फिर जिन जिलों में संख्या ज्यादा होगी, उन जिलों तक लॉकडाउन आगे बढ़ाया जा सकता है। सरकार की ओर से अब तक गुड़गांव और फरीदाबाद को हॉट स्पॉट घोषित किया है, क्योंकि वहां जनसंख्या का घनत्व ज्यादा है, जबकि यहां से ज्यादा केस पलवल और नूंह में सामने आए हैं। प्रदेश में 38 केसों के साथ गुड़गांव टॉप पर है। वहीं, सोहाना में एक दिन में 10 केस मिले हैं।
जेलों में आइसोलेशन-क्वारेंटाइन की व्यवस्था, 3817 कैदी-बंदियों को छोड़ा
राज्य की जेलों में भी कैदियों और बंदियों को भी कोरोना से बचाने के लिए पूरा इंतजाम किया गया है। जेलों में आइसोलेशन वार्ड और क्वारेंटाइन की व्यवस्था की हुई है। जेलों से अब तक 3817 लोगों को छोड़ा गया है। इनमें 2159 कैदियों को पैराेल या फरलों दी गई है। जबकि 1658 बंदियों को जमानत पर रिहा किया गया है। 20306 लोगों की क्षमता वाली जेलों में इस समय 17669 कैदी और बंदी बंद है। जेल विभाग के डीजी के सेल्वराज ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंस में बताया कि जो भी नए बंदी आ रहे हैं, उनकी पहले मेडिकल जांच की जाती है। इसके बाद उन्हें 14 दिन क्वारेंटाइन किया जा रहा है। ताकि बाहर से किसी का संक्रमण जेल में न पहुंच सके। मुलाकात भी बंद की हुई है। जेलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
फरीदाबाद में 23 लाख आबादी, 2300 टीमें पहुंचेगी डोर टू डोर
स्वास्थ्य निदेशालय ने फरीदाबाद को हाॅट स्पॉट जोन घोषित कर दिया है। पूरे जिले में गुरुवार से तीन दिवसीय सर्वे अभियान चलेगा। 2300 टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में डॉक्टर, मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर, एएनएम, आशा वर्कर, शिक्षक, आंगनवाड़ी वर्कर आदि शामिल हैं। यह अभियान गुरुवार से शुरू हो रहा है, जो तीन दिन तक डोर टू डोर चलेगा। जिले की 23 लाख आबादी की जांच कर सर्दी, खांसी, जुकाम आदि की जानकारी जुटाई जाएगी। इस अभियान के दौरान जो मरीज मिलेंगे, उनके सैंपल लेकर उपचार किया जाएगा। सभी को होम क्वारेंटाइन की सलाह दी जाएगी।
- एक लाख टेस्टिंग किट का अाॅर्डर दिया है, जिनके एक-दो दिन में पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद सभी जिलों में सर्वे होगा। इस किट से 15 से 20 मिनट में पता चल जाएगा कि व्यक्ति पॉजिटिव है या नहीं। -अनिल विज, गृहमंत्री