- मंडियों में आ सकता है 90 लाख टन से अधिक गेहूं, कुल उत्पादन 115 लाख टन होने की उम्मीद
- प्रदेश में गेहूं व सरसों खरीद की तैयारियां तेज, गेहूं के लिए 5.1 लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया
दैनिक भास्कर
Apr 09, 2020, 03:15 AM IST
चंडीगढ़. (सुशील भार्गव) प्रदेश में गेहूं व सरसों खरीद की तैयारियां तेज हो गई हैं। अब तक प्रदेश में गेहूं के लिए 5.1 लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन करा दिया है। जिन किसानों ने फसलों के लिए आवेदन किया है, सभी के पास गेहूं खरीद से ठीक एक या दो दिन पहले मोबाइल से संदेश भेजा जाएगा। यही नहीं फोन कर सूचना भी दी जाएगी कि वे किस दिन अपनी फसल मंडी में ला सकते हैं। हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड के सीए जे गणेशन ने बताया कि हाल ही में सेवानिवृत हुए अपने 100 कर्मचारियों को डयूटी पर बुलाने का निर्णय लिया है। ताकि खरीद प्रक्रिया में लाभ मिल सके। यही नहीं बोर्ड ने सिंचाई और पीडब्ल्यूडी विभाग के 1000-1000 कर्मचारियों की सूची बनाकर संबंधित खरीद एजेंसियों को सौंप दी है, ये सब खरीद प्रक्रिया में मदद करेंगे। कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल के अनुसार गेहूं खरीद प्रक्रिया में किसानांे को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
95 लाख टन गेहूं की आवक का अनुमान
विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 23.87 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है, इसमें कुल उत्पादन 115.55 लाख टन होने की उम्मीद है, इसमें से अनाज मंडियों में करीब 95 लाख टन गेहूं की आवक हो सकती है। जबकि 19 हजार हेक्टेयर में जौ की फसल है, इसमें 70 हजार एमटी उत्पादन हो सकता है, 0.45 लाख हेक्टेयर में चना है, इससे 0.51 लाख एमटी उत्पादन हो सकता है। राज्य खरीद एजेंसियों को 85 लाख व एफसीआई को 10 लाख टन गेहूं खरीद के लिए इंतजाम करने होंगे।
- गेहूं की फसल के लिए गांवों में ही खरीद की व्यवस्था के लिए करीब 10 हजार लोगों की मैनपॉवर की आवश्यकता होगी। शेल्टर होम में ठहरे करीब 16 हजार श्रमिकों में से हजार से ज्यादा श्रमिक अपने रोजगार की तरफ वापस लोट रहे है। इससे गेहूं की कटाई में किसानों को लाभ मिलेगा। -दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम, हरियाणा