- गर्मियों में पानी की सप्लाई टॉप फ्लोर पर पहुंचाने के लिए अभी से ही सख्ती होगी, 18 टीमों का किया गठन
- ये टीम सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे तक सेक्टर्स, रिहैबिलिटेशन कॉलोनी और गांव की गलियों में घूमेंगी
दैनिक भास्कर
Mar 19, 2020, 08:13 AM IST
चंडीगढ़ (राजबीर सिंह राणा). नगर निगम पानी का मिसयूज करने वालों के चालान 7 अप्रैल से करना शुरू करेगा। इसके लिए 18 टीमें गठित की हैं। ये टीम सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे तक सेक्टर्स, रिहैबिलिटेशन कॉलोनी और गांव की गलियों में घूमेंगी। अगर सुबह की पानी सप्लाई के समय पाइप से घर के बाहर गाड़ियां, कोर्ट यार्ड धोने और लॉन में पानी देते कोई मिला तो उसका 2 हजार रुपए का चालान होगा। चालान का जुर्माना पानी के बिल में जोड़कर भेजा जाएगा। इसके बाद भी यदि कोई पानी की बर्बादी करने से नहीं हटा तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। यह कार्रवाई वाॅटर बायलॉज 2011 के तहत की जाएगी।
एमसी का मकसद गर्मियाें में सुबह के समय पानी की बर्बादी पर राेक लगाकर टाॅप फ्लोर के टैंक तक पानी पहुंचाना है। निगम के पब्लिक हेल्थ विंग डिविजन नंबर-3 के एक्सईएन आईडी शर्मा के नेतृत्व में 18 टीमें 7 अप्रैल से लेकर 30 जून तक सुबह 5:30 बजे से पानी की बर्बादी पर रोक लगाने के लिए सड़कों पर रहेंगी। हर टीम में पब्लिक हेल्थ, रोड, हॉर्टिकल्चर विंग के एसडीओ तैनात होंगे। इनके साथ साथ दो-दो जेई अटैच होंगे। यानि 54 अफसरों की टीम का मकसद सुबह के समय पानी की बर्बादी पर रोक लगाकर शहर के सेंट्रल और सदर्न सेक्टरों में टॉप फ्लोर तक पानी पहुंचाना है। टीम की ड्राइव 30 जून तक जारी रहेगी। शाम के समय गाड़ियां धोने, लाॅन में पानी लगाने की पाबंदी नहीं रहेगी।
फैक्ट्स एंड फिगर्स
- 1 लाख 78 हजार पानी के कंज्यूमर हैं शहर में
- 16 हजार नए कंज्यूमर इनमें 13 गांवों के
- 5096 लाख लीटर पानी आता है निगम के पास कजाैली वाॅटर वर्क्स की छह लाइनाें अाैर 254 ट्यूबवेल से
- 1319.5 लाख लीटर पानी फेज 5-6 की लाइन से अाने वाला भी इसमें शामिल
- 5460 लाख लीटर गर्मियाें में पानी की खपत
(कजाैली से फेज 5-6 की लाइन से पानी मिलने के बाद भी गर्मियाें में 364 लाख ली. पानी की कमी रहेगी)
एक बार दी जाएगी चेतावनी, फिर नहीं सुधरे तो होगा फाइन
ओवरहेड और ग्राउंड वाॅटर टैंक, वाॅटर मीटर चैंबर से पानी लीकेज, वाॅटर कूलर से लीकेज या ओवरफ्लो, पानी सप्लाई लाइन पर डायरेक्ट बूस्टर पंप लगाने, बगैर टैप के पानी बहाने वाले को दो दिन की जुबानी चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद भी पानी की बर्बादी होती मिली तो चालान होगा। वहीं, डायरेक्ट लाइन पर बूस्टर पंप लगाने वालों का सामान जब्त किया जाएगा।
पानी बर्बादी रोकना मकसद
7 अप्रैल से पानी की बर्बादी करने वालाें के चालान हाेंगे। ऐसा सुबह के समय पानी की सप्लाई टाॅप फ्लाेर के वाटर टैंक तक पहुंचाना है। दाेपहर की सप्लाई दाे घंटे हाेती रहेगी। लेकिन दाेपहर और शाम काे पानी लाॅन में लगाने और गाड़ियां धाेने पर राेक नहीं हाेगी। -शैलेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर, नगर निगम
34 फीसदी पानी हाेता है लीकेज
शहर में सप्लाई हाेने वाले पानी में 34 फीसदी यानि 1732.64 लाख लीटर पानी की लीकेज हाे रही है। यह एमसी की रिपाेर्ट में दर्ज है। इसमें नाॅन रेवेन्यू वाटर भी शामिल है। एमसी ने काॅलाेनियाें और मार्केट्स में स्टैंड पाेस्ट लगाए हुए हैं, उनपर हर समय पानी बहता रहता है। उसकी बिलिंग नहीं हाेती है। इसी की वजह से पानी की गर्मियाें में शाॅर्टेज रहती है। बावजूद इसके शहर में प्रति व्यक्ति 254 लीटर पानी राेज मिल रहा है जबकि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का नाॅर्म 135 लीटर है। शहर में देश भर में सबसे ज्यादा लाेगाें काे पानी पीने के लिए मिल रहा है।