लोहगढ़ के स्कूल की बदली हालत बाकी की नहीं…लोहगढ़ का सरकारी स्कूल अपग्रेड किया गया। इसमें बच्चों की जरूरत से कई ज्यादा कमरे बनाए गए हैं, पर इसके अलावा किसी अन्य को अपग्रेड नहीं किया गया। यह सब यहां के प्रिंसिपल के कारण हुआ। लेकिन बाकी स्कूल का हाल ठीक नहीं है। जिन परिवारों की आमदनी कम है वे सरकारी स्कूलों में ही बच्चों को पढ़ा सकते हैं, उनको भी शहर से बाहर बच्चांे को दूसरे शहरांे मंे सरकारी स्कूलों में एडमिशन के लिए न जाना पड़े इसके लिए यहां स्कूलों को अपग्रेड करने की जरूरत है। बलटाना के सरकारी हाई स्कूल को भी अपग्रेड करने की जरूरत है। इसमें कुछ कमरे पहले बना दिए गए हैं, पर इसमें अभी काफी काम करना बाकी है। इसमें बच्चों की जरूरत के अनुसार बदलाव किया जाना चाहिए।
जीरकपुर शहर के अंतर्गत आने वाले सरकारी हाई स्कूल्स को सीनियर सेकंडरी का दर्जा दिलाने के अलावा इनमें बच्चों की जरूरत के अनुसार इन्फ्रास्ट्रक्चर भी जोड़ा जाना चाहिए। पिछले कुछ सालों में यहां स्कूलांे को अपग्रेड करने का काम नहीं किया गया है, क्यों कि लगातार बढ़ रही आबादी की सबसे बड़ी जरूरत बच्चों को शिक्षित करने की है। कई परिवार जो प्राइवेट स्कूलों में बच्चांे को पढ़ाने का खर्चा नहीं उठा सकते हैं उनके लिए सरकारी स्कूलों में पर्यात सीट्स मिलनी चाहिए। यह बात यहां कई परेंट्स ने रखी। पेरेंट्स ने कहा कि पिछले 10 सालों में जीरकपुर एरिया के एकाध ही स्कूल को अपग्रेड करने का काम हुआ। कुछ को किया जाना था पर अब पंजाब सरकार को चाहिए कि जिन स्कूलांे को अपग्रेड करने की जरूरत है उनको पूरा करे।