जगाधरी की गांधी धाम कॉलोनी में 35 वर्षीय छतरपाल उर्फ छतरू की घर से 50 मीटर की दूरी पर गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। पहली गोली उसकी कनपटी पर मारी गई। इसके बाद दो गालियां पेट और छाती पर लगीं। गोलियां मारने के बावजूद बदमाशों ने उस पर ईंटें भी बरसाई। यह पहला मौका नहीं था, जब छतरपाल पर हमला हुआ हो। छतरपाल को जब कोर्ट ने रेप के केस में जमानत दी थी तब उसकी टांगें और बाजू तोड़ दी गई थी। इस मामले में भी लड़की पक्ष के लोगों पर केस दर्ज हुआ था। छतरपाल के भाई विश्वनाथ के अनुसार क्रॉस केस होने पर लड़की पक्ष के लोगों ने समझौते की बात चलाई और दोनों के बीच समझौता हो गया था। इसलिए उसका भाई बरी हुआ था। क्योंकि कोर्ट में दोनों पक्षों ने बयान बदल दिए थे। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उसके भाई के साथ इसके बाद भी रंजिश रखी जाएगी। इसी रंजिश में उसके भाई की हत्या की गई। विश्वनाथ का कहना है कि जिस लड़की ने उसके भाई पर रेप का आरोप लगाया था, उसकी शादी हो चुकी है, लेकिन वह काफी समय से मायके में ही थी जबकि इसमें उसके भाई का कोई रोल नहीं था। हो सकता है कि लड़की पक्ष के लोग सोच रहे होंगे कि यह सब छतरपाल की वजह से हुआ और इसलिए उसकी अब हत्या कर दी गई।
उधर, कहा जा रहा है कि लड़की पक्ष के सभी लोग छतरपाल से समझौता करने के पक्ष में नहीं थे। जो समझौते के खिलाफ थे, उन्होंने हत्या की। छतरपाल की हत्या का अाराेपी रेप का अाराेप लगाने वाली युवती व उसके दाेस्त पर लगा है।
पहले लड़की ने कहा था छतरपाल ने रेप किया, कोर्ट में मुकरी| छतरपाल के पड़ोस की महिला ने जगाधरी पुलिस को शिकायत दी थी कि उसकी 17 साल की बेटी घर पर बिना बताए कहीं चली गई। उसकी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। जगाधरी पुलिस ने 12 अप्रैल 2018 को अज्ञात के खिलाफ धारा-365 में केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने जांच करते हुए 14 अप्रैल को युवती को हिमाचल के सिरमौर जिले से बरामद किया था। 15 अप्रैल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट को दिए बयान में लड़की ने कहा था कि उसे छतरपाल और उसके दो साथियों ने अगवा किया था। उसके साथ छतरपाल ने रेप किया। पुलिस ने छतरपाल, मुकारम और योगेश पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। तीनों कोर्ट से बरी हो गए थे क्योंकि बाद में कोर्ट में सुनवाई के दौरान पीड़ित ने कहा था कि वह मर्जी से परेशानी के चलते गई थी। किसी ने उसके साथ गलत काम नहीं किया।
बरी होने के गुस्से में हत्या की आशंका| शहर जगाधरी थाना प्रभारी दिनेश चौहान का कहना है कि अब तक की जांच में सामने आया है कि रेप केस में आरोपी के बरी होने के गुस्से में उसकी हत्या की गई है। उनके गिरफ्तार होने के बाद असल वजह क्लियर होगी। टीम गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
परिवार में चार लोगों की मौत हो चुकी
छतरू के पिता की एक माह पहले ही मौत हुई है। इससे पहले उसकी मां, छतरू के एक भाई और बहन की भी मौत हो चुकी है। छतरू अविवाहित था। छतरू कुछ दिन पहले टाइलों की दुकान पर काम करता था, लेकिन अब कुछ नहीं कर रहा था। वहीं उसका भाई विश्वनाथ एक प्राइवेट अस्पताल में सफाई कर्मी है।
मैंने देखा-दो युवकों ने तीन गोलियां मारी
मैं सीमेंट की दुकान पर लगा हूं। सुबह जब दुकान पर जा रहा था तो वहां पर छतरू गली में खड़ा था। तभी दो युवक आए और उन्होंने छतरू पर गोलियां चला दीं। गोलियां मारने के बाद छतरू जमीन पर गिर गया। इसके बाद युवकाें ने छतरू काे ईंटें मारीं। बाद में वे मेन रोड की तरफ भाग गए।-जैसा एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया
30 जनवरी 2020 को बरी हुआ था छतरपाल
जगाधरी की गांधी धाम कॉलोनी निवासी विश्वनाथ उर्फ बबलू ने शिकायत दी है कि उसका भाई छतरपाल उर्फ छतरू के खिलाफ पड़ोस की लड़की ने रेप का केस दर्ज करा दिया था। इस केस में 30 जनवरी 2020 को उसका भाई बरी हो गया। शुक्रवार सुबह करीब पौने नौ बजे पता चला कि उसका भाई छतरू घर के पास बॉबी सीमेंट वाले की दुकान पर खड़ा था। वहां पर दो युवक आए और उन्होंने उसके भाई को गोलियां मार दीं। जब वह मौके पर पहुंचा तो उसका भाई मृत पड़ा था। बाद में उसे पता चला कि गोली पड़ोसी युवक और जोहड़ीपुरा मोहल्ला निवासी अंकित उर्फ लालू ने मारी है। वह उनके पीछे भी भागा, लेकिन वे एक कार में बैठकर भाग गए। पुलिस ने इस शिकायत पर काॅलोनी के युवक और अंकित व अन्य पर धारा-302, आर्म्स एक्ट और 34 में केस दर्ज कर लिया है। हत्या के मामले में पांच लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। तीन युवकों के कार में बैठे होने की चर्चा है।
{क्रॉस केस के चलते दोनों पक्षों का हो गया था समझौता, युवती के परिवार के युवक नहीं थे राजी
रंजिश की भयानक सजा
यमुनानगर | जगाधरी के गांधी धाम कॉलोनी में छतरपाल के शव की जांच करती पुलिस।
छतरपाल का फाइल फोटो।