डेराबस्सी |मुबारिकपुर रामगढ़ मार्ग पर मिंडकली नदी पर बना पुल धूल मिट्टी जमने से समय से पहले जर्जर हो रहा है। धूल मिट्टी के मलबे के कारण पुल समेत सड़क की चौड़ाई लगभग आधी रह गई है। इससे पुल को खतरा है ही, दोपहिया राहगीरों को भी हादसे का खतरा बना रहता है। इस की बदतर हालत के लिए यहां लगे स्क्रीनिंग प्लांट से निकलते रेत बजरी से भरे ट्रक जिम्मेवार हैं परंतु प्रशासनिक अधिकारी एक दूसरे के विभाग पर जिम्मेवारी डाल कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। मुबारकपुर रामगढ़ सड़क पर ककराली गांव के समीप में िमंडकली नदी पर बने पुल का उद्घाटन 26 सितंबर 2006 को उस समय पर की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री गुरप्रताप सिंह बाजवा ने किया था। उसके बाद से इसकी सफाई की तरफ ध्यान न तो पीडब्ल्यूडी, सेंट्रल वर्क्स दे रही है, न ही बी एंड आर विभाग की तरफ से दिया जा रहा है।
अफसरों का कहना है कि यदि किसी जगह पर धूल की ज्यादा समस्या हो रही है तो वह संबंधित नगर निकाय या बीडीपीओ को लिख भेजते हैं। इस संबंध में कार्रवाई वही करेंगे। सेंट्रल वर्कस डिवीजन के एसडीओ ने बताया कि धूल को काबू करवाना प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का जिम्मा है जिन्होंने उनको लाइसेंस जारी किए गए थे।
नदी का पुल जिसकी चौड़ाई धूलमिट्टी जमने से आधी रह गई है।