सीनियर सिटीजंस के लिए जीरकपुर अंबाला हाईवे को पैदल पार करना जोखिम भरा है। हेवी ट्रैफिक में सड़क पार करना मुश्किल हो रहा है। चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर रोजाना करीब 45 हजार से ज्यादा व्हीकल्स यूनिट निकलते हैं। इतने ट्रैफिक में इस हाईवे के एक ओर से दूसरी ओर पैदल जान जोखिम में डालने जैसा है।
इसलिए सीनियर सिटीजंस कोशिश भी नहीं करते कि वे पैदल सड़क पार कर सकें। इसी संदर्भ में वीआईपी रोड के कुछ सीनियर सिटीजंस ने जीरकपुर नगर परिषद और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मांग की है कि मैट्रो के पास फुटओवर ब्रिज बने। इसके साथ ही वे सीनियर सिटीजंस, जो फुटओवर ब्रिज पर चलने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए एस्केलेटर की सुविधा हो। जब तक फुटओवर ब्रिज नहीं बन जाता, तब तक यहां सड़क पार करना हर किसी के बस की बात नहीं। जो युवा लोग भी सड़क पार करते हैं, उनको भी ट्रैफिक कम होने के इंतजार में काफी समय यहां रुकना
पड़ता है। इसके बाद भी तेजी से भाग कर सड़क पार करनी पड़ती है। यहां कई हादसे हो चुके हैं। जीरकपुर में ट्रैफिक के बीच सड़क पार करने में अब तक दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
वीआईपी रोड निवासी अवतार सिंह ने बताया कि इस हाईवे पर दोनों ओर शॉपिंग मॉल हैं और जरूरत के सामान के लिए सड़क की एक साइड से दूसरी तरफ जाना पड़ता है। शॉपिंग करना छोड़ भी दें तो अगर चंडीगढ़ से बस में जीरकपुर पहुंचकर ग्लोबल बिजनेस मॉल के पास उतरने के बाद वीआईपी रोड के लिए यहां पर हाईवे पैदल क्रॉस करना पड़ता है। ऐसा रूटीन में सैकड़ों
लोग करते हैं। तब यहां काफी परेशानी होती है। इसलिए हमने इस जगह फुटओवर ब्रिज और एस्कलेटर लगाने की मांग की है।